परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों को कभी भी असफलता से निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि पढ़ाई में अपनी कमजोरियों को दूर कर पुन: सफलता के लिए प्रयास करना चाहिए। दुनिया में जितने भी महान व्यक्ति हुए हैं, उन्होंने कभी न कभी असफलता का सामना जरूर किया है, चाहे वो प्रख्यात भौतिक वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन हों अथवा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी। आइंस्टीन ने कहा था कि तेज होने का मतलब ज्यादा ज्ञानवान होना नहीं है। उनके अनुसार हर कोई जीनियस है।
जिंदगी एक साइकिल की तरह है। अपना बैलेंस बनाए रखने के लिए आपको चलते रहना है। उनका कहना था कि कुछ भी कठिन नहीं होता, लगन और अभ्यास ही सफलता का मूलमंत्र है। साधारण से साधारण व्यक्ति भी मेहनत व हिम्मत से सफलता प्राप्त कर सकता है। यदि बार-बार असफलता मिले तो भी उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए, हो सकता है कि असफलता के बाद आपको सफलता मिले। इसी प्रकार महात्मा गांधी का कहना था कि कुछ लोग सफलता के लिए सिर्फ सपने देखते हैं, जबकि कुछ लोग मेहनत कर सफलता हासिल करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे इंसान के बारे में बताएंगे जो 40 परीक्षाओं में फेल हुए, अपनी असफलता से सीख लिए और निरन्तर प्रयास से UPSC निकाल IRS अफसर बने।
कौन है अवध किशोर पवार?
अवध का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था। बहुत मुश्किलों का सामना करते हुए वह शिक्षा से जुड़े। उनका सपना यूपीएससी परीक्षा पास करना था और उन्होंने यह करके भी दिखाया। अपने घर की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेने के साथ-साथ अपने सपने को भी साकार किये। ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ाई करने के उपरांत उन्होंने जब यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शहरी क्षेत्रों में शुरू की तो उस समय उन्हें काफी समस्या आई। अवध यूपीएससी परीक्षा में 657वां स्थान प्राप्त करके युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनें।

अपने सपनों के लिए नौकरी छोड़ा।
अवध किशोर पवार मुंबई में गोदरेज में अच्छी ख़ासी नौकरी कर रहे थे। पर अपने सपने को पूरा करने के लिये वो माया नगरी मुंबई छोड़ कर दिल्ली आ गये। दिल्ली में आ कर UPSC की तैयारी में जुट गये। अपने सपने को पूरा करना उनके लिये किसी पहाड़ चढ़ने के बराबर था। इस दौरान उन्होंने कई परीक्षाएं दी। वो बैंकिंग और राज्य प्रशासन सेवाओं सहित लगभग 40 परीक्षाओं में फ़ेल भी हुए। इसके साथ ही वो पहले चार प्रयासों में यूपीएससी भी क्लीयर नहीं कर पाये थे।
अंततः सफलता मिली।
इतनी हार मिलने के बाद भी वो हारे नहीं और मेहनत करते रहे। आखिरकार एक दिन उन्हें उनकी कड़ी मेहनत का फल मिला और यूपीएससी परीक्षा में 657 रैंक हासिल की। यूपीएससी परीक्षा पास कर अवध भोपाल में IRS के पद पर कार्यरत हैं।

परेशानियों के बाद भी हिम्मत नही हारी।
UPSC की तैयारी के लिये उन्होंने किसी कोचिंग सेंटर का सहारा नहीं लिया। बल्कि सारी मेहनत ख़ुद की। UPSC की तैयारी करने की प्रेरणा उन्हें एक रिक्शा चालक के बेटे से मिली थी, जिसने बिना किसी सुख-सुविधा के परीक्षा दी और सेलेक्ट भी हो गया था।
हमें भी अवध की तरह असफलता से घबराना नही चाहिए। प्रयास करते रहना चाहिए, सफलता अवश्य मिलेगी।