बिजली (Electricity) के बिना आज कुछ भी संभव नही है। हर किसी के ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है बिजली। घर के सभी उपकरण बिजली पर ही निर्भर रहते हैं।
बिजली वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी खोज हैं। हमें रोज हजारों कार्यों के लिए इसकी जरूरत पड़ती है। इसका हर क्षेत्र में प्रयोग किया जा रहा है। आज हम आपको एक छोटे से गांव के युवक बाली मोहम्मद (Bali Mohammad) के बारे में बताएंगे जिन्होंने बिजली के आभाव में अपने बाइक के कमाल से अपने सूखे पड़े खेतों में पानी पहुंचाया। आइये जानते हैं इस अविष्कार के बारे में।
छोटे गांव के युवक का कमाल
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के एक गांव बड़ामलहरा के रहने वाले युवक बाली मोहम्मद ने एक नया अविष्कार करके दिखाया है। वह कहते हैं ना की अगर आप किसी परेशानी में हो तो रास्ता ढूंढना कठिन लगता है पर इस गांव के युवक ने इस समस्या को इतना आसान बना दिया की आज इस गांव के लोग गर्व के अनुभूति कर रहे है। जहां लोग बाइक का इस्तेमाल दूसरे कामों में करते थे आज वह इसका इस्तेमाल खेती के कार्यो में कर रहे है।

बाइक का किया गया इस्तेमाल
इस जुगाड़ तकनीक (Technology) को बनाने में बाली ने कड़ी मेहनत की। उन्होंने इसके लिए बाइक का इस्तेमाल किया। बाली ने अपने बाइक के मैगनेट बॉक्स जो कि इंजन के पास था, उसे खोल दिया और वहां इन्होंने 2 बोल्ट लगाएं। इन्होंने कुछ इस तरह से थ्रेसर के वोल्ट को लगाया कि अगर इनके पहिये घूमे तो यह वोल्ट भी घूम सके। दूसरे साइड में इन्होने वोल्ट को डीजल पम्प के रॉड से कस दिया।

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कम रुपयों में ज्यादा का फायदा
इस जुगाड़ तकनीक में मात्र 30 रुपये का खर्च आया है। अपने निर्माण करने बाद इन्होंने जब अपनी बाइक (Bike) को स्टार्ट किया तो डीजल पम्प भी घूमने लगा और इससे पानी ऊपर आ गया। इस 30 रुपये में पूरे 1 घंटे तक पानी को निकाला जा सकता है। सचमुच इस अविष्कार से गांव के लोगों में उत्साह एवं जोश की कोई कमी नही थी।
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