अक्सर सरकारी स्कूल के शिक्षकों को लेकर लोगों के मन में यह अवधारणा रहती है कि वह बच्चों को ठीक ढंग से नहीं पढ़ाते हैं। लेकिन सभी शिक्षक ऐसे नहीं होते, कुछ शिक्षक ऐसे भी होते हैं जो अपने शिक्षक होने के कर्तव्य को बखूबी से निभाते हैं। आज हम आपको सीएच श्रीवास्तव (CH Shrivastav) के बारे में बातएगें, जिनके पढ़ाने का तरीका एकदम निराला है।
शिक्षक का परिचय
सीएच श्रीवास्तव (CH Shrivastav) मध्य प्रदेश (Madhay pradesh) के सागर जिले के एक सरकारी विद्यालय में शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं। वह बच्चों को पढ़ाने के लिए हर संभव प्रयासरत है। सीएच श्रीवास्तव अपने नेक कार्यों के वज़ह से चर्चा का विषय बन गए हैं।

गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूटी पर ही बनाया मिनी लाइब्रेरी
जिन बच्चों के लिए पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से संभव नहीं था उन बच्चों के लिए सीएच श्रीवास्तव ने अपने स्कूटी पर ही मिनी लाइब्रेरी बना दिया। सीएच श्रीवास्तव ने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए अपने स्कूटी के एक भाग को बोर्ड का रूप दे दिया और दूसरे भाग को जरूरत की किताबें और कुछ नोटबुक रखकर मिनी लाइब्रेरी का रूप दे दिया।

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गरीब बच्चों को देते है मुफ्त में किताबें
सीएस श्रीवास्तव गांव में अलग-अलग जगह जाकर वहाँ के गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं। वह एक छोटे से माइक की सहायता से पेड़ की छाया में ही बच्चों को जमा करके पढ़ाते है। उन्होंने कुछ बच्चों को मुफ़्त में भी किताबें मुहैया कराया है और कुछ किताबें बच्चों को यह कह कर दिया गया है कि वह पढ़ने के बाद वापस लौटा दे ताकि दूसरे बच्चों को भी किताब की सुविधा मिल सके।
