वर्तमान समय में आपसी रंजिश दूर करने हेतु अनेक राजनेताओं द्वारा एक दूसरे को राखी बांधी जा रही है। साथ ही लोग पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़-पौधों को भी राखी के अवसर पर राखी बांधते हैं।
वहीं प्राचीन समय में ब्राह्मणों व गुरुओं द्वारा अपने शिष्य और यजमान को राखी बांधी जाती थी। पर आज हम आपको एक ऐसे दरोगा के बारे में बताएंगे जिन्होंने एक अनाथ लड़की से राखी बंधवाई और उस राखी के फर्ज को भी अदा किया। आइये जानते हैं इसके बारे में।
अनाथ लड़की को बहन बनाया
उत्तर प्रदेश राज्य के लखीमपुर कस्बे के दरोगा हनुमंत तिवारी ने भाई होने का फर्ज निभाया है। उन्होंने एक अनाथ लड़की से बंधवाए गए राखी का फर्ज उसकी शादी करवा के पूरा किया है। हनुमंत तिवारी बड़े ही नेक इंसान है वो अक्सर लोगों की मदद करते हैं और अब उन्होंने एक भाई का कर्तव्य निभाकर समाज को एक अच्छा संदेश दिया है।

निर्धन परिवार को संभाला
हनुमंत तिवारी के कस्बे में निवास करने वाले विचल त्रिवेदी की मृत्यु अचानक हो गई थी। विचल त्रिवेदी के मृत्यु से उनका परिवार पूरा बिखर चुका था। इस बिखरे परिवार को पुलिसकर्मी हनुमंत तिवारी ने संभाला। विचल तिवारी के तीन बेटी और एक बेटे की जिम्मेदारी हनुमंत तिवारी ने ली। आर्थिक रूप से कमजोर इस परिवार को हनुमंत का सहारा मिला।
अनाथ को बहन बनाया
हनुमंत ने विचल तिवारी की बड़ी बेटी को अपनी बहन समझ उससे राखी बंधवाई। इतना ही नही उन्होंने अनिता की शादी भी करवाई है। शादी में उन्होंने एक बड़े भाई की भूमिका निभाई है। एक पुलिस कर्मी के द्वारा किए गए इस नेक कार्य की प्रशंसा अब सभी जगह हो रही है।

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हनुमंत करते है समाजसेवा
हनुमंत अक्सर समाजसेवा करते है। जहाँ एक ओर देखा जाता है कि अधिकतर पुलिसकर्मी जनता को परेशान करते नजर आते हैं तो वहीं हनुमंत लोगों की खूब मदद करते हैं। उनके इस नेक कार्य से पुलिस विभाग भी बहुत खुश है। उनके इस नेक काम की जितनी भी तारीफ की जाए उतनी कम है।
देश के सभी पुलिसकर्मियों को हनुमंत से सिख लेने की जरूरत है।