अक्सर बचपन (Childhood) में कई बच्चों को मिट्टी, चौक, बालू आदि खाने की आदत (Habit) होती है मगर वक्त के साथ-साथ उनकी आदतें छूट जाती हैं। लेकिन कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें कई लोगों को बालू पत्थर खाते हुए देखा गया है। दरअसल, इस आदतों वाली समस्या को मेडिकल के भाषा में Pica का नाम दिया गया है। आइए जानते हैं इस पूरे खबर के बारे में।
छत्तीसगढ़ का मामला
यह मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जसपुर जिले के बगीचा विकासखंड के रहने वाले 51 वर्षीय संतोष (Santosh) नाम के एक व्यक्ति की है। एक रिपोर्ट (Report) के मुताबिक संतोष पेशे से किसान हैं और उसके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। आपको यह जानकर बेहद आश्चर्य होगा कि यह शख्स पत्थर को इस प्रकार से खाता है। जैसे आम इंसान नमकीन खाता है संतोष को इस तरह से पत्थर के टुकड़े को खाते देखकर लोग हैरान हो जाते हैं।

19 वर्षो से पत्थर को खाना
सूत्रों के अनुसार संतोष पिछले 19 वर्षों से भोजन के साथ-साथ पत्थर खा रहे हैं। इस पर संतोष का कहना है कि उन्हें पत्थर खाने में कोई दिक्कत नहीं होती बल्कि उनका पेट भर जाता है। वहीं इस प्रकार के मामले पर वहां के लोगों का कहना हैं कि आज तक उन्होंने किसी को पत्थर खाते हुए नहीं देखा। वहीं संतोष की पत्नी का कहना है कि उसके पति अब तक हजारों पत्थर खा चुके हैं।

क्यों खाते हैं पत्थर
एक रिपोर्ट के अनुसार जब संतोष से पत्थर खाने के वजह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हैरान कर देने वाली बात बताई। उनका कहना है कि वह लोगों के दुख दर्द को दूर करने के लिए पत्थर का सेवन करते हैं। वह ईसाई धर्म के प्रचारक हैं और उन्होंने कई लोगों की तकलीफों को दूर भी किया है।

संतोष पर है ईश्वर को असीम कृपा
उन्होंने अपने आराधना कक्ष में यीशु के कई प्रतिमाएं और तस्वीर भी लगाई है। संतोष जब भगवान की आराधना करते हैं तो अपने घुटने के बल बैठकर घुटने के नीचे पत्थर को रख देते हैं। साथ ही वह दावा करते हैं कि इस प्रकार की आराधना से वह अन्य व्यक्तियों के दुखों को अपने अंदर ग्रहण कर रहे है फिर उसी पत्थरों को खा जाते हैं। संतोष का दावा है कि उन पर ईश्वर की असीम कृपा है इसलिए उन्हें पत्थर खाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती।

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