जिम ट्रेनर अमित त्रिपाठी वर्तमान में बेहद दुखी हैं। उनका मायूस चेहरा और नम आंखें उनके दर्द को बयां करती है क्योंकि कुछ दिन पहले उनका पालतू पिटबुल ब्राउनी डॉगी के हमले से उनकी मां सुशीला की मौत हो गई। इस दुख ने अमित को अंदर से झकजोड़ कर रख दिया है। उनके लिए यह बात सहन करना आसान नहीं है। आइये जानते हैं इस पूरे खबर के बारे में।
ब्राउनी के लिए अब भी प्यार
अपने माँ के मौत के बाद भी दुखी अमित को पिटबुल (Pitbull) ब्राउनी (Brownie) के लिए अभी भी प्यार है। नगर निगम टीम गुरुवार को जब अमित के घर पिटबुल डॉग को लेने पहुंचे तो उन्होंने ब्राउनी को देने से साफ मना कर दिया। लेकिन नगर निगम कर्मचारियों के बहुत समझाने के बाद ब्राउनी को उनके साथ भेजने के लिए तैयार हुए और पिटबुल को अपनी गोद में लेकर नगर निगम की गाड़ी तक पहुंचाया।

3 साल पहले ब्राउनी को लाए थे घर
ब्राउनी को लेकर नगर निगम टीम जरहरा (Jarhara) स्थित एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (Animal Birth Control Centre) पहुंची। वहां ब्राउनी की अच्छे व्यवस्था के लिए स्पेशल सेल में रखकर उसके आओ भाव पर नजर रखा जा रहा है। आपके जानकारी के लिए बता दें अमित त्रिपाठी पेशे से एक जिम ट्रेनर हैं और उन्होंने 3 साल पहले ब्राउनी को अपने घर लाए थे।

अमित की मां करती थी ब्राउनी का देखभाल
डॉगी की उम्र मात्र 3 माह ही थी और भूरे रंग का होने के कारण उसका नाम ब्राउनी रखा गया। अमित की मां ब्राउनी को खाना खिलाती थी और उसका देखभाल करती थी। ब्राउनी भी उन्हें प्यार करता था उनके साथ खेलता था लेकिन यह जानकर सबको बहुत आश्चर्य होगा कि आखिर ब्राउनी ने अमित की मां पर हमला क्यों किया ।

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अमित ने ब्राउनी को नगर निगम को सौंपा
जब अमित ने ब्राउनी से मिलने की इच्छा जाहिर की तब अधिकारियों ने उन्हें नगर निगम से इजाजत लेने को कहा। एबीजे सेंटर में ब्राउनी की नसबंदी कर दी जाएगी। अमित को ब्राउनी से बेहद लगाव है इसीलिए उन्होंने ब्राउनी को पशु कल्याण अधिकारी डॉ अभिनव वर्मा (Dr. Abhinav Verma) के समझाने पर अपनी गोद में उठाकर नगर निगम वाले को सौंप दिया।
ब्राउनी को देखने के लिए उमड़ी भीड़
इस दुखद समय को देखने के लिए सड़क पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों की भीड़ देखकर अमित को लगा कि ब्राउनी अगर इतना भीड़ देखेगा तो वह भड़क जाएगा इसलिए उन्होंने ब्राउनी की आंखों को ढक दिया। ब्राउनी को गाड़ी में रखने के बाद अमित ने ब्राउनी को कुछ करते हुए पीछे जाने को कहा तब ब्राउनी ने अमित की बात मान पीछे चला गया। और गाड़ी के दरवाजे को बंद कर दिया गया।

ब्राउनी से डरते थे मुहल्ले के लोग
अमित के मां के साथ ऐसा हादसा होने के बाद सब ब्राउनी से बेहद डरते थे। पूरे मोहल्ले में दहशत का माहौल बन चुका था। नगर निगम वालों ने जब ब्राउनी को अपने साथ ले गए तब सब लोगों ने राहत की सांस ली। अभी भी यह रहस्य ही बना हुआ है कि आखिर ब्राउनी को इतना प्यार-दुलार देने के बाद भी उसने अमित के माँ पर हमला क्यों किया।