आजकल नीतीश्वर कॉलेज के सहायक प्रोफेसर ललन कुमार की दरियादिली की खबर सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है। हर जगह यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। लेकिन अब वह अपने ही बुने हुए जाल में खुद फंस चुके हैं। आइये जानते हैं इस पूरे खबर के बारे में।
गलत तरीके से पेश किया
कॉलेज में बच्चों की अनुपस्थिति के आरोप लगाने वाले प्रोफेसर ललन कुमार के खिलाफ शिक्षक संघ बचाव में खड़ा हो गया है। गुरुवार को बिहार विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की इकाई की बैठक नितिश्वर कॉलेज में डॉक्टर सरिता कुमारी (Dr. Sarita Kumari) की अध्यक्षता में की गई थी। इस बैठक के दौरान उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मीडिया में डॉ ललन कुमार की बातों को गलत तरीके से पेश की गई है।

सोशल मीडिया पर शिक्षक हो रहे है ट्रोल
डॉक्टर सरिता कुमारी बिहार विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के कॉलेज अध्यक्ष मीडिया के सामने कहा कि उनकी बातों को मीडिया में गलत तरीके से पेश की गई है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के गलत मजाक कॉलेज में गलत प्रभाव डालती है। सोशल मीडिया पर लोग शिक्षक को ट्रोल कर कॉलेज का मजाक बना रहे हैं।
ललन कुमार के खुल रहे है कई तरह के खुलासे
डॉ ललन कुमार (Dr Lalan Kumar) के इस मसले पर डॉ रवि रंजन (Dr. Ravi Ranjan) बिहार विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के कॉलेज सचिव ने बताया कि विद्यार्थियों को कक्षा में उपस्थित रहना यह उनका मसला नहीं है। दरअसल, कुमार अपना स्थानांतरण पीजी (PG) में चाहते हैं। इस कॉलेज में हुई बैठक में डॉ सौम्य सरकार (Dr. Saumya Sarkar), डॉक्टर निखिल रंजन (Dr. Nikhil Ranjan), डॉक्टर इंद्राणी राय (Dr. Indrani Rai), डॉ अभय नंदा (Dr. Abhay Nanda) , कुमारी सरोज (Kumari Saroj), डॉक्टर नीतू सिंह (Dr. Neetu Singh) सहित कई दिग्गज प्रोफेसर वहां मौजूद थे। हालांकि मामला मीडिया में आने पर ललन कुमार के और भी कई खुलासे सामने आए हैं।

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डॉ ललन कुमार ने चेक लौटाया
अपनी सैलरी वापस करने के लिए सहायक प्रोफेसर डॉ ललन कुमार ने एक चेक यूनिवर्सिटी (University) को लौटाया था। बताया जा रहा है प्रोफ़ेसर डॉ ललन कुमार ने जिस अकाउंट नंबर (Account Number) का चेक विश्वविद्यालय को वापस किया था उस अकाउंट में मात्र 970 रुपए 95 पैसे ही हैं। इस बात का खुलासा होने पर विवादों में घिरे ललन कुमार ने माफी मांगते हुए कहा कि यह एक गलत फैसला था जो मैंने भावनाओं में बह कर ले लिया था।
अब ऐसी गलती दुबारा नहीं होगी
इस गलती की माफी के लिए ललन कुमार ने नीतीश्वर कॉलेज के प्रो. डॉ. मनोज कुमार (Dr Manoj Kumar) को फारवर्ड करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ आरके ठाकुर (Dr. RK Thakur) को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने शर्मिंदगी व्यक्त करते हुए लिखा है कि मेरी इच्छा कॉलेज की छवि को बिगाड़ना नहीं था, बल्कि मैंने 6 बार स्थानांतरण की कोशिश की मगर स्थानांतरण नहीं किया गया। इसी से परेशान होकर मैंने यह गलत कदम उठाया। लेकिन मेरा आप लोगों से वादा है कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी। जो भी मैंने किया है वह गलत था।

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