हमारे आसपास ऐसे कई बच्चे हैं जिन्होंने संसाधनों और सुविधाओं की कमी के बाबजूद अपनी काबिलियत तथा मेहनत के बदौलत ऊंचा मुकाम हासिल किया है। आज की कहानी भी एक छोटे उम्र के लड़के की है जिन्होंने गरीबी में पलकर पढ़ाई के साथ- साथ वैज्ञानिकी अविष्कार भी कर दिखाया है।
बिजली के महत्व से हम सभी अवगत हैं। चाहे खाना बनाना हो या कपड़े धोना, रोजमर्रा के सभी कार्यों के लिए यह बेहद आवश्यक है। लेकिन क्या आप यह जानतें हैं कि फलों से भी बिजली का उत्पादन हो सकता है। इस नायाब कार्य को 11वीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने कर दिखाया है जिनका नाम है “रोबिन साहनी”। आईए जानते हैं कि आखिर फलों और सब्जियों से कैसे विद्युत का उत्पादन संभव हो सका है।

रोबिन साहनी (Robin Sahani) झारखंड (Jharkhand) के रहने वाले हैं। वैसे तो वह 11वीं के छात्र हैं। लेकिन उन्होंने यह दावा किया है कि वह चाहे अमरूद हो, खीरा हो, गाजर हो या फिर हरी मिर्च हो, उससे हम बिजली उत्पन्न कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के मिश्रण के कारण संभव है।

उनका कहना है कि फलों और सब्जियों में बैटरी की तरह गुण होते हैं। रसायन और भौतिक विज्ञान की पद्धति के अनुसार कॉपर और जिंक के प्लेट से अगर उन्हें कनेक्ट किया जाए तो बिजली को उत्पन्न किया जा सकता है।
रॉबिन एपीजे अब्दुल कलाम जी को अपना आदर्श मानते हैं। उनके रास्ते पर चल रहे हैं और उनका सपना वैज्ञानिक बनने का है।

उन्होंने बताया है कि अगर आपको गाजर से बिजली उत्पन्न करना है तो उसके लिए 14 पीस गाजर लें और फिर 14-14 पीस कॉपर और जिंक के प्लेट के साथ तांबे के तार से जोड़ दें। ऐसा करने से 5 वोल्ट की इलेक्ट्रिसिटी हमें प्रदान होगी। इससे 3 वोल्ट की एलईडी बल्ब को आसानी से जला सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि रॉबिन आगे चलकर देश के सफल वैज्ञानिक बनें और इस विषय में और शोध करें। आप भी इस पोस्ट को शेयर करके रोबिन का हौसला ज़रूर बढ़ाएं।