हमारे भारत में यह परंपरा है कि दीपावली (Diwali) के अगले दिन ही गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट मनाई जाती है। इस दिन भगवान को विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया जाता है, परंतु इस साल यह परंपरा अब टूटने वाली है।
दरअसल, दीपावली के अगले दिन ही खंडग्रास सूर्यग्रहण लगने वाला है जिसके कारण गोवर्धन पूजा नहीं मनाई जाएगी। 24 अक्टूबर को कार्तिक अमावस्या को दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा। 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगेगा इसलिए गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja) एवं भाई दूज (Bhai Dooj) 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी। आइये जानते हैं इसके बारे में।
दीपावली के अगले दिन पूजा
इस बार गोवर्धन पूजा एवं भाई दूज एक ही दिन मनाया जाएगा। आपको बता दें कि दीपावली के अगले दिन ही गोवर्धन पूजा की जाती है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। इस त्यौहार का भारतीय लोकजीवन में बहुत महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। पर इस बार यह पर्व भाईदूज के दिन ही मनाई जाएगी।

भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक
भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज का पर्व दिवाली के दो दिन के बाद मनाया जाता है। पर इस बार भाई दूज (bhai dooj) गोवर्धन पूजा के दिन ही मनाया जाएगा। आपको बता दें कि इस बार 23 अक्टूबर को धनतेरस, 24 अक्टूबर को दिन मे रुपचौदस शाम को अमावस्या के कारण दिवाली पूजा, 25 अक्टूबर को खण्ड ग्रास सूर्य ग्रहण वहीं 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और भाई दूज दोनों है।

भाईदूज का क्या है महत्व
आपको बता दें कि धर्म ग्रंथों के अनुसार कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन यमुना (Yamuna) ने अपने भाई यम को आदर-सत्कार स्वरूप वरदान प्राप्त किया था, जिस वजह से भाईदूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लोग यमुना स्नान भी करते हैं और मृत्यु के देवता यम की पूजा भी करते हैं।

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