संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा इंडिया (India) की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है। जिसमें हर साल लाखों छात्र शामिल होते हैं लेकिन कुछ को ही सफलता प्राप्त होती है।
इनमें से कुछ छात्र ऐसे हैं जिन्हें कई सालों की मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलती, फिर भी वह हार नहीं मानते और एक सलाह से उनकी किस्मत बदल जाती है। ऐसी ही एक कहानी फरीदाबाद के रहने वाले अक्षत कौशल की है, जिन्होंने पांचवें प्रयास में सफलता हासिल की।
2012 में शुरू की UPSC की तैयारी
फरीदाबाद के अक्षत कौशल ने 2012 में यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की। 2013 में उन्होंने अपना पहला अटेम्प्ट (Attempt) दिया, लेकिन असफल हो गए। इसके बाद उन्होंने फिर से एग्जाम देने का फैसला किया और ज्यादा मेहनत की लेकिन दूसरे प्रयास में भी वह असफल रहे।

लगातार चार बार हुए फेल
दो बार असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और वापस तीसरी बार कोशिश किया लेकिन फिर से असफल रहें। इतनी सारी असफलताओं के बाद भी उन्होंने फिर से एग्जाम देने का फैसला किया जिसमें चौथे प्रयास में फ़िर से वह असफल रहे।

मां और दोस्तों का मिला साथ
4 बार लगातार फेल होने के बावजूद अब निराश अक्षत का मन यूपीएससी के परीक्षा की तैयारी से उठ चुका था, और उन्होंने इस रास्ते को छोड़ने का फैसला कर लिया था। लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। एक दिन दोस्तों से मुलाकात होने पर उन्होंने वापस अक्षत का हौसला बढ़ाया जिसके बाद उन्होंने दोबारा यूपीएससी परीक्षा देने का मन बना लिया।उनके इस फैसले को उनके माता-पिता ने भी सहयोग किया।

17 दिनों की मेहनत से पलट गई किस्मत
परिवार और दोस्तों के साथ से उन्होंने वापस परीक्षा देने का फैसला किया, लेकिन परीक्षा को केवल 17 दिन ही बचे थे। इससे अक्षत घबराए नहीं और ना ही निराश हुए बल्कि अपनी पढ़ाई में जोर-शोर से जुट गए। केवल 17 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने परीक्षा पास कर लिया। जिसके बाद उनका इंटरव्यू भी काफी अच्छा रहा और साल 2017 में अपने पांचवें प्रयास में 55वी रैंक हासिल कर वह आईपीएस बने।

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