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Wednesday, March 22, 2023

पिता थे दिहाड़ी मजदूर, बेटे ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में पाई 32000 डॉलर की स्कॉलरशिप: अमनदीप सिंह

अगर कोई इंसान चाह ले कि उसे अपनी मंजिल तक पहुँचना है तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे नही रोक सकती बशर्ते उसकी मेहनत अच्छी होनी चाहिए। उसके परिश्रम में वो जुनून और जोश होनी चाहिए।कुछ इसी तरह एक दिहाड़ी मजदूर के बेटे ने इसे सही साबित कर दिखाया है। उसने कैलिफोर्निया में पीएचडी करने के लिए 32000 डॉलर के स्कॉलरशिप हासिल कर अपने पिता के सर को उँचा कर दिया है। जी हां, हम बात कर रहे है अमनदीप सिंह की।

पंजाब के रहने वाले है अमनदीप।

अमनदीप सिंह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। उनके पिता चाहते थे की उनका बेटा बड़ा होकर अच्छा करे। उनके सपनों को आज अमनदीप ने साकार कर दिया है। वैसे अमनदीप बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे। अपने पढ़ाई के दौरान वो हमेशा अव्वल ही रहे। लुधियाना के जवाहर नवोदय स्कूल में पढ़कर अमनदीप ने 12 वीं कक्षा के साथ-साथ चंडीगढ़ में भाई जैताजी फाउंडेशन से कोचिंग ली और IIT JEE मेन्स और एडवांस में सफलता प्राप्त किया। फिर IIT एडवांस में अमनदीप का ऑल इंडिया रैंक बहुत अच्छा नहीं रहा, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और निरंतर अपनी तैयारी में लगे रहे।

रैंक कम आने पर भी हार नही मानी।

अमनदीप को एडवांस में रैंक कम आने की वजह से देश के किसी भी IIT में नामांकन नहीं मिला, लेकिन उन्होंने आइसर मोहाली में एडमिशन लिया और वहां से 5 वर्ष का बीएस और एमएस पास किया। उसी समय वर्ष 2017 में अमनदीप ने दिसंबर माह में नेट के परीक्षा में ऑल इंडिया 77वां रैंक हासिल किया। उसके बाद उन्होनें आइसर मोहाली में जूनियर रिसर्च फैलो के तौर पर अगस्त 2019 से जुलाई 2020 तक कार्य किया। इस आधार पर अमनदीप को अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में स्कॉलरशिप के साथ PhD करने का अवसर प्राप्त हुआ है।

इस सफलता के लिये हम अमनदीप को बधाई देते हैं। इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करके अमनदीप का हौसला ज़रूर बढ़ाएं।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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