कहा जाता है कि इंसान के जीवन में रोटी, कपड़ा और मकान सबसे जरूरी चीज है। लेकिन कपड़ा और मकान से भी ज्यादा जरूरी चीज भोजन है। आए दिन सोशल मीडिया पर एक सिपाही का वीडियो ख़ूब वायरल हो रहा है जिसमें खाना अच्छा न मिलने के कारण सिपाही थाली लेकर धरना देते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा यह ख़बर उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) जिले के पुलिस लाइन की है। यहां तैनात एक सिपाही ने मेस (Mess) में खराब गुणवत्ता का खाना देने की शिकायत करते हुए मेस की थाली हाथ में लेकर धरने पर बैठे हुए हैं।
मेस में दिया जा रहा है जानवर से भी बदतर खाना
इस वीडियो में देखा जा रहा है कि शाम को फिरोजाबाद जिला मुख्यालय के बाहर सिपाही खाना की थाली लेकर पहुंचा और कहां कि हमें जानवरों से भी बदतर खाना दिया जा रहा है। ऐसा खाना जानवर भी नहीं खाएगा। जब हमें पौष्टिक आहार और भरपेट भोजन नहीं मिलेगा तो हम 12-12 घंटे की ड्यूटी कैसे कर पाएंगे।
दुख बयां करते भावुक हो गए मनोज कुमार
मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reporters) के अनुसार वायरल हो रहा इस वीडियो में पुलिस कांस्टेबल मनोज कुमार ने मेस से लिए गए खाने की थाली लेकर धरने पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। भावुक होते हुए मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने वादा किया था कि वह आरक्षीयों को पौष्टिक आहार मुहैया कराने के लिए रुपए अलग से देंगे। इसी दौरान वहां खड़े किसी शख्स ने इस घटना का वीडियो (Video) बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसके बाद वीडियो वायरल हो गया।

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डीजीपी को फ़ोन करने पर पीएसओ से मिली धमकी
सबसे बड़े दुख की बात यह है कि सिपाही ने आगे कहा कि उसका घर काफी दूर है। उसे भूख भी लगी है लेकिन मेस में दिए गए रोटी उसे खाया नहीं जा रहा। आगे सिपाही ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि मैंने इस मामले की शिकायत करने के लिए डीजीपी (DGP) को फोन करने का प्रयास किया तो पीएसओ ने धमकी देते हुए कहा कि फोन काट दो नहीं तो बर्खास्त कर घर भेज दिए जाओगे।
एसएसपी ने दिया जांच करने का आदेश
आपको बता दें कि मनोज कुमार के इस खानपान को लेकर प्रदर्शन को एसएसपी (SSP) ने बड़ी गंभीरता के साथ लिया है। साथ ही खाने की गुणवत्ता को लेकर जो सवाल उठ रहे है उन सवालों पर एवं इस मामले की जांच के लिए क्षेत्राधिकारी अभिषेक श्रीवास्तव (Abhishek Srivastava) को यह कार्य सौंपा गया है।
मनोज कुमार पर लगे है कई तरह के आरोप
आगे उनका कहना है कि इस आरक्षी के खिलाफ पहले से ही 15 से अधिक मामले दर्ज हैं तथा उसके ऊपर कई आरोप हैं जैसे ड्यूटी (Duty) पर गैरहाजिर रहना, अनुशासनहीनता आदि और कई है। क्षेत्राधिकारी हीरा लाल कनौजिया (Hiralal kannojiya) को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है। अब देखना यह है कि गलती किसकी है।