यूपीएससी (UPSC) भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा में पास करना सबके लिए संभव नहीं है। लोगों को यूपीएससी परीक्षा पास करने में कई वर्ष लग जाते हैं। आज हम आपको आईएएस ऑफिसर श्री राम वेंकिटरमण (IAS Officer Shree Ram Venkatraman) के बारे में बताएंगे। वह वर्ष 2012 के बैच के यूपीएससी टॉपर रहे हैं।
यूपीएसीसी में दूसरा स्थान
श्री राम वेंकिटरमण ने यूपीएससी परीक्षा में दूसरा स्थान (second position) प्राप्त किया। कलेक्टर का पद मिलने के 6 दिन बाद ही उनका तबादला हो गया। इतनी जल्द तबादला होने का कारण यह है कि उनपर आरोप लगा है कि उन्होंने शराब के नशे में गाड़ी चलाने के दौरान एक पत्रकार को ठोकर मार कर हत्या कर दी जिसके वजह से पत्रकार के एम वशीर (M Vashir) की मौत हो गई।
श्री राम पर लगा हत्या का आरोप
35 वर्ष के एम वशीर सिराज ब्यूरो चीफ थे। इस घटना के बाद आईएएस श्री राम को केरल सरकार (Kerala Government) ने अलपूझा जिले का कलेक्टर बनाया लेकिन वहां की जनता को यह बिल्कुल मंजूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध किया जिसके कारण आईएएस श्री राम को केरल सरकार ने कलेक्टर के पद से हटाकर दूसरी जगह उनका स्थानांतरण कर दिया।

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यूपीएससी टॉपर हैं श्री राम
आईएएस श्री राम ने अपनी स्कूली पढ़ाई भावांश विद्या मंदिर गिरिनगर (Bhavansh Vidha Mandir Girinagar) से की है। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2010 में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (Government Medical College) से एमबीबीएस (MBBS) पास करने के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए और अपने दूसरे प्रयास में दूसरे रैंक हासिल कर टॉपर रहे लेकिन दुर्भाग्यवश आईएएस अधिकारी के रूप में वह ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाए और विवादों में घिर गए।
हत्या का आरोप हुआ ख़ारिज
आईएएस श्री राम पर लगे हत्या के आरोप को तिरुवनंतपुरम जिले के अदालत ने खारिज कर दिया जिसके बाद वर्ष 2020 ने केरल सरकार ने उनका निलंबन रद्द कर दिया था और उन्हें स्वास्थ्य विभाग में सलाहकार का पद दिया था। अभी के कार्यकाल के अनुसार वह केरल स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड के जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
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