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Wednesday, May 31, 2023

IAS बनकर भी अपनी संस्कृति से जुड़ी रहीं, लोगों के बीच उनकी समस्याओं को समाधान करने के लिए जानी जाती हैं मोनिका

कुछ लोगों के पास जब पैसे हो जाते हैं तब वे अपनी संस्कृति को भूल जाते हैं। हमें सदैव अपनी भूमि से जुड़ा रहना चाहिए। अपनी संस्कृति का सम्मान करना चाहिए। आज हम एक ऐसी आईएएस महिला के बारे में जानेंगे जो आईएएस बनने के बाद भी अपनी संस्कृति को नहीं भूली हैं।

राजस्थान के सीकर जिले के श्रीमाधोपुर तहसील के गांव लीसाड़ियां की रहने वाली मोनिका यादव एक महिला आईएएस है। मोनिका यादव की पारंपरिक वेशभूषा, माथे पर बिंदी, गोद में नवजात शिशु को लिए तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुई। मोनिका 2014 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं। उनकी तस्वीर से लगता है कि कोई साधारण गांव की महिला हो। इस तस्वीर से वे लोगों को यह संदेश देना चाहती है कि इंसान कितने भी ऊंचा पद पर क्यों ना हो उसे अपनी संस्कृति, अपने कर्तव्य और अपने परंपराओं को नहीं भूलना चाहिए।

मोनिका के पिता का नाम हरफूल सिंह यादव है। उनके पिता सीनियर आईआरएस है। मोनिका का जन्म और लालन-पालन भी गांव में ही हुआ। मोनिका को अपने पिता से ही प्रेरणा मिली इसीलिए मोनिका ने सिविल सर्विस में जाने का मन बना लिया। उन्होंने UPSC के अपने पहले ही प्रयास में 403वीं रैंक हासिल कर लिया। मोनिका टर्वा क्षेत्र में डीएसपी के पद पर कार्यरत है।

मोनिका अपने क्षेत्रों के लोगो की समस्या का समाधान करती हैं। इस कार्य के लिए मोनिका को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त है। मोनिका के पति आईएएस ऑफिसर है। उनका नाम सुशील यादव है जो राजसमंद में वर्तमान समय में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं। मोनिका 1 बच्ची की मां भी हैं। वो अपनी नौकरी के साथ-साथ अपने परिवार और अपने बच्चे को भी अच्छी तरह से संभालती हैं। वह कभी भी अपनी संस्कृति, अपनी जिम्मेदारी एवं अपनी परंपराओं से पीछे नहीं हटी। हम सभी को उनपे गर्व है।

इस पोस्ट को शेयर करके IAS मोनिका की इस कहानी से सबको अवश्य प्रेरित करें।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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