बिहार से सामने आई एक हैरतअंगेज घटना में पढ़ाई-लिखाई और बेहतर भविष्य के लिए एक दुल्हन ने अपने पति को छोड़ दिया।
दरअसल आज से करीब डेढ़ महीने पहले जहांगीर निवासी गुरुदेव पंडित की पुत्री नेहा कुमारी की शादी धोरघट निवासी सीताराम पंडित के पुत्र सुनील कुमार के साथ हुई थी। शादी के बाद नेहा अचानक गायब हो गई। नेहा के गायब होने के बाद उसके पति सुनील ने उसे बहुत खोजा लेकिन नेहा का कुछ पता नहीं चला। इसी बीच नेहा के पिता ने सुल्तानगंज थाने में अपनी बेटी के अपहरण होने की शिकायत भी दर्ज कराई। जब नेहा को अपने पिता द्वारा किये गए शिकायत के बारे मे पता चला तब वह अपने घर पहुँच गई।

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जब परिवारवालों ने नेहा से गायब होने का कारण पूछा तब नेहा ने बताया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था। वह अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए पटना चली गई थी।
नेहा ने अपने पिता को बताया कि उसके ससुराल वाले नहीं चाहते थे कि वह आगे पढ़े। यहाँ तक कि नेहा के पति भी उसकी आगे की पढ़ाई के खिलाफ थे। इसिलिए उसने न चाहते हुए भी ऐसा कदम उठाया। नेहा ने यह सारी बातें अपने परिवार को बताने के बाद ग्राम सरपंच को भी बताई।

सरपंच ने भी दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद एक अनूठा फैसला लिया। हालांकि लोग चाहते थे कि घर बस जाए लेकिए ऐसा हुआ नहीं। सरपंच ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच कोई वैवाहिक संबंध नहीं रहेगा। दोनो पक्ष अपनी रजामंदी अलग-अलग रह सकते हैं। चूंकि इस शादी की वजह से लड़की की पढ़ाई बाधित हो रही थी, ऐसे में समाज शादी की कीमत पर लड़की के अरमानों का गला नहीं घोंट सकता। सरपंच के इस फैसले की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है। यह फैसला बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान पर भी बिल्कुल खरा उतरता है।