हम कोई भी परीक्षा देते हैं तो सफल होना ही चाहते हैं। कोई बच्चा असफल होना नहीं चाहता। असफल होने से बच्चो का मनोबल टूट जाता है। कितने बच्चे तो रोने भी लगते हैं लेकिन हमें असफलता से हार नहीं माननी चाहिए। अपनी जिंदगी में सफलता पाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में जानेंगे जो अपनी जिंदगी में बहुत बार असफल हुए, फिर भी वे अपनी असफलताओं से हार नहीं माने और आज के दौर में वे एक सफल व्यक्ति के रुप में IPS के पद पर कार्यरत है।

IPS मनोज कुमार शर्मा मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के रहने वाले हैं। मनोज 9वीं और 10वीं में थर्ड डिवीजन से पास हुए। 12वीं क्लास में मनोज हिंदी विषय को छोड़ कर बाकी सभी विषयों में फेल हो गए थे लेकिन मनोज इन असफलताओ से हार नही माने और अपने लक्ष्य को पाने के लिये जुटे रहें। मनोज ने अपना पोस्टग्रेजुएशन भी पूरा किया। UPSC की परीक्षा में मनोज तीन बार असफल हुए परंतु मनोज के सर UPSC पास करने का ऐसा जुनून चढ़ा था कि वे असफलता पाने के बाद भी सफलता के प्रयास में जुटे रहे। उनका प्रयास जारी रहा। चौथी कोशिश में वे UPSC पास कर गए। उन्हे 121वीं रैंक हासिल हुआ और वे IPS officer बन गए।

मनोज कुमार शर्मा मुंबई पुलिस के एडिशनल कमिश्नर भी रह चुके हैं। उन्होंने एक किताब ’12th फेल’ भी लिखा है। मनोज ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि जब वे UPSC में चयन के लिए इंटरव्यू में बैठे तब उनका बॉयोडाटा देख कर एक अफसर ने कहा कि यहाँ IIT और IIM क्वालीफाई करने वाले लोग आ रहे हैं, ऐसे लोगो के बीच उन्हें क्यों सेलेक्ट करेंगे? इस बात पर मनोज ने कहा कि 12वीं में फेल होने के बाद भी वे यहाँ तक पहुचे है तो उनके अंदर कोई न कोई क्वालिटी तो जरूर होगी। ऐसा जवाब पाकर वह अफसर बहुत खुश हुए।
हमें भी ज़िंदगी मे मिली असफलताओ से हार नही माननी चाहिए और लगातार प्रयास करते रहना चाहिए। एक न एक दिन हम जरूर सफल होंगे।