क’रोना ऐसी बीमारी है जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महा’मा’री घोषित किया गया है। नवंबर 2019 में यह चीन की लैब से निकला था। धीरे- धीरे यह वा’यर’स इंसान से इंसान में फैलने लगा। देखते ही देखते इस वा’यर’स ने पूरे दुनिया में पैर पसार लिए। अंटार्कटिका जैसे क्षेत्र में भी क’रोना की पुष्टि हुई है। जनवरी 2020 में यह वा’यर’स भारत में पाया गया। 21 मार्च 2020 को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था। 1 साल बाद यानि 2021 में फिर से कोरोना लगातार बढ रहा है।

भारत में इसके बचाव के लिए कई सख्तियां बरती जा रही है। सख्ती के इसी कड़ी में त्रिपुरा की राजधानी अगरतला का एक वीडियो वायरल है। इसमें यहां के डीएम शादी हॉल में पंडित, रिश्तेदार सबको थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। काफी बवाल के बाद 28 अप्रैल को डीएम के खिलाफ जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी प्राथमिक तौर पर मामले की जांच कर रही है। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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कही भी सख्ती आवश्यक है पर उस सख्ती के दौरान अगर कोई अधिकारी तानाशाही हो जाए और हिंसक पशु की तरह लोगों पर टूट पड़े तो यह एक पढ़े-लिखे अधिकारी पर शोभा तो नही ही देता है ।
दरअसल 26 अप्रैल की बात है। DM शैलेश यादव को क’रोना प्रोटोकॉल फॉलो करवाने के लिए शहर में गश्त पर निकले थे। अलग-अलग मैरिज हॉल्स में नाइट कर्फ्यू के बावजूद रात 10 बजे के बात तक शादी चल रही थी। क’रोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करते हुए बड़ी संख्या में लोग इन शादियों में शामिल हुए थे। बैंड, कैटरिंग सबकी व्यवस्था थी। वायरल वीडियो में कई सारे लोग नज़र आ रहे हैं। कुछ लोग बिना मास्क के भी दिख रहे हैं।
शैलेश यादव जब इस शादी में पहूंचे तो उन्होंने लोगों पर तानशाही रवैया अपनाना शुरू कर दिया। उन्होंने पंडित, बाराती, घर के लोग यहां तक कि दूल्हे को भी नही बख्शा। जो सामने आया उस पर थप्पड़ चलाना शुरू कर दिए। उनके इस रवैये से लोगों में काफी आक्रोश है।
बाद में शैलेश यादव ने कहा कि अगर उनके इस व्यवहार से लोगों को परेशानी हुई है तो उनसे वो माफी मांगते ,है पर जब उनकी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो काफी लोग इनके ससपेंड करने की भी मांग करने लगे है ।

बात करे उनके व्यवहार की तो किसी भी काम को ऐसे करें कि आपके कारण किसी के भावना को ठेस न पहूँचे। DM शैलेश यादव के इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि वो लोगों के भावना को समझ नही रहें। भले ही उनका काम सही हो पर करने का तरीका गलत था।