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Wednesday, May 31, 2023

विकलांग माँ और बुजुर्ग पिता को बेटों ने किया घर से बाहर, 15 साल बाद पिता ने सिखाया सबक

माता-पिता अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं। जन्म से लेकर बड़े होने तक माता-पिता अपने बच्चों की हर एक जरूरतों को खुशी से पूरा करते हैं।माता-पिता के इस निश्चल प्रेम को बच्चें नहीं समझ पाते हैं और जब यही बच्चे बड़े हो जाते हैं तब अपने माता-पिता को उनकी बुरी परिस्थिति में उनका साथ छोड़ देते हैं।

बच्चे बड़े होकर अपने माता-पिता के साथ गलत व्यवहार करते हैं। आज हम आपको उन पांच बेटों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपने बुजुर्ग माता-पिता को घर से बेदखल कर जग में बेटे के नाम को शर्मसार कर दिया। आइये जानते हैं इस पूरे खबर के बारे में।

बेटे के नाम को किया शर्मसार

बुजुर्ग हीरालाल साहू (Hiralal Sahu) के पांच बेटे हैं। इनके बेटों ने इनके साथ बड़ी नाइंसाफी की एवं जग में बेटे के नाम को शर्मसार कर के रख दिया। इनके बेटों ने इनकी खरीदी हुई जमीन पर अपना घर बना लिया और अपने बुजुर्ग पिता एवं विकलांग मां को झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर कर दिया।

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अपने बेटों के ख़िलाफ़ दर्ज कराया रिपोर्ट

अपने बेटों द्वारा किए गए इस व्यवहार से हीरालाल को बहुत दुख हुआ और उन्होंने अपने बेटों के खिलाफ पुलिस (Police) में रिपोर्ट (Report) दर्ज कराया। पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने उनके पांचों बेटों को गिरफ्तार कर लिया और एक बेटा जो भोपाल (Bhopal) में रहता है उसे पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है लेकिन जल्द ही वह भी पुलिस के गिरफ्त में होगा।

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माता-पिता को घर वापस ले गए बेटे

शिकायत के आधार पर पुलिस ने हीरालाल के बेटों को हिरासत में ले लिया है और जेल में डाल दिया है। लेकिन पिता आखिर पिता होता है, हीरालाल ने अपने बच्चों को जेल से बाहर निकलवाया। जेल से निकलने के बाद उनके बेटों को अपने द्वारा किए पर कार्य पर शर्मिंदगी महसूस हुई। तब उन्होंने अपने माता-पिता को अपने घर वापस ले गए।

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नौकरी के दौरान अच्छे कार्य किए है हीरालाल

हीरालाल ने अपनी जिंदगी में बहुत अच्छे और नेक कार्य किए हैं। अपने नौकरी के दौरान जमा किए हुए पैसों से जिला प्रशासन की मदद से उन्होंने पीड़ितों की काफी मदद की है। अपने नौकरी की दिनों में वह समाज सेवा में भी पहले लगे रहते थे। आज कानून का सहारा लेकर उन्होंने अपने घर में फिर से प्रवेश पाया है।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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