दुनिया में अजूबों की कमी नही है। कुदरत की बनाई इस दुनिया में कई अजीबोगरीब चीजें मौजूद है। जिनके बारे में जानकर एक आप हैरान हो जाएंगे। कुदरत ने हर इंसान को खूबसूरत बनाया है। सभी इंसान कुदरत के बनाए हुए वह हीरे हैं, जो हमेशा चमकते रहते हैं। आज हम आपको कुदरत के द्वारा बनाए गए 4 बच्चों के बारे में बताएंगे जिनके बारे में जानकर आप सोच में रह जाएंगे। यह बच्चे दूसरे बच्चों से अलग कैसे हैं, आइए जानते हैं इन बच्चों के बारे में।
टेस्सा एवंस
टेस्सा एवंस एक ऐसी लड़की है जिसका जब जन्म हुआ तो इसे देखकर सब अचरज में पड़ गए। यह आयरलैंड में जन्मी, यह एक ऐसी बच्ची है जिसका जन्म से ही नाक नही है। यह बिना नाक वाली बच्ची के नाम से प्रसिद्ध है। नाक नही होने के वजह से इस बच्ची को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह सांस लेने के लिए आर्टिफिशल मशीन का उपयोग करती है। यह दुनिया के पहली बच्ची है जो बिना नाक के पैदा हुई। सांस लेने में तकलीफ के बाद भी यह आसानी से अपनी ज़िंदगी जी रही है।

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दीपक पासवान
दीपक पासवान नाम का यह बच्चा बिहार का है। अन्य बच्चों की तुलना में यह अपने साथ ज्यादा अंग लेकर पैदा हुआ। दीपक पासवान जन्म से ही अजूबा बच्चा था। दीपक के पेट पर अतिरिक्त अंग जुड़े हुए थे। दीपक के पेट पर कुल आठ अंग जुड़े हुए थे। उनके माता को गर्भ के दौरान ही पता चल गया था कि उनका बच्चा साधारण नही है। जन्म के बाद दीपक को बहुत लोग लक्ष्मी का रूप मानने लगे थे। कुछ लोग इसे ग्रहण का प्रकोप बताने लगे। दीपक का परिवार इतना समृद्ध नही था कि वह दीपक का इलाज करवा सके। बाद में डॉक्टर की एक टीम बैठी उन्होंने दीपक का मुफ्त इलाज किया। ऑपेरशन के बाद दीपक अब ठीक है और वह दूसरे बच्चों की तरह जीवन जी रहें हैं।

दिदिएर मोंटावलो
दिदिएर मोंटावलो उत्तरी कोलंबिया में जन्म लेने वाला बच्चा है। जब इसने जन्म लीया तो इसके पीठ पर तिल था जो इसके उम्र के साथ बढ़ता ही चला गया। इस तिल का आकार इतना बढ़ गया कि बच्चे के वजन में जबरदस्त इजाफा हुआ। इस तिल के कारण लोग इस बच्चे को कछुए वाला बच्चा कहने लगे। बच्चे को तिल के कारण गर्मी का भी एहसास खूब होता था। बच्चे की माँ ने बहुत से लोगों से मदद मांगी पर उसे निराशा मिली। पर अचानक उनके बच्चे के लिए एक फ़ोन आया जिसमें मुफ्त इलाज कराने की बात कही गई। इस बात पर राजी होने के बाद वह व्यक्ति उनके बच्चे को ले गया और अब दिदिएर मोंटावलो बिल्कुल ठीक है। वह अब सामान्य बच्चों की तरह ज़िंदगी जी रहा है। अब उसे कोई कछुए वाला बच्चा नही कहता।

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जैक्सन बुएल
जैक्सन बुएल अमेरिका में पैदा हुआ है। पैदा होने के बाद ही लोगों को लग गया कि यह बच्चा ज्यादा दिन नही ज़िंदा रहेगा। क्योंकि यह बच्चा दिमाग और खोपड़ी के आधे हिस्से के साथ जन्म लिया है। उसके सर का आधा हिस्सा उसके शरीर से गायब है। डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को माइक्रो हेद्रेनसफ़ैली नामक बीमारी है। इस बीमारी से पीड़ित बच्चा ज्यादा दिन तक जीवित नही रहता पर यह बच्चा अपनी ज़िंदगी जी रहा है। डॉक्टर इसके 4 दिन तक जीवित होने की बात कर रहे थे पर यह बच्चा अपने ज़िंदगी का 2 वर्ष पूरा कर चुका है। इस बच्चे के सामने सारे रिसर्च फेल है। जैक्सन बुएल स्वस्थ रहे यही हमारी कामना है।