हमारे जीवन में डॅाक्टरों का अहम योगदान होता है। समाज में डॅाक्टर को भगवान के समान दर्जा दिया जाता है। डॅाक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा करते हैं। हम कोरोना के इस दौर में देख रहे हैं डॅाक्टर कैसे अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा में लगे हुए हैं। डॅाक्टर भगवान के समान ही हैं क्योंकि एक डॅाक्टर मरीज की हर संभव मदद करने का प्रयास करता है। भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में डॅाक्टरों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। अगर डॅाक्टरों का योगदान नहीं रहता तो हमारी स्वास्थ्य सुविधाएं आज इतनी बेहतर नहीं होती है।

आज हमारे देश की स्वास्थ्य सुविधाएं काफी बेहतर हैं, जिसको बेहतर बनाने में डॅाक्टरों का बहुत बड़ा योगदान है। को’रोना के इस समय में हमारे देश की स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी नहीं होती तो देश के हालात और भी बुरे हो सकते थे। आज हम एक ऐसे ही एक डॉक्टर के बारे में बताएंगे जो समाज सेवा के लिए जाने जाते है।
डॉ. राजेश मेहता जो की निरंतर अपने परिवार के लोगों के साथ मिलकर बहुत पहले से दूसरों के हीत के लिए लगातार कार्य कर रहें हैं। इन्हें अपने भाई से समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा मिली।
राजेश के माता-पिता भी समाज सेवा में बहुत समय से लगे हुए है उनके माता-पिता भी सेवा को अपना धर्म मानते है । समाज के कल्याण के लिए 1994 में श्री साई शक्ति चेरिटेबल नामक एक ट्रस्ट की स्थापना की। इसके माध्यम से वो गरीब बच्चों के लिए काम कर रहें हैं।

उनके द्वारा सप्ताह में एक बार गरीब बच्चों को भोजन कराया जाता है। भोजन अत्यंत ही पौष्टिक होता है। इसके बाद 5-15 वर्ष से अधिक आयु के 400 बच्चों को फल भी दिया जाता है।राजेश और उनका परिवार जिसमे उनकी बहन संगीत,बड़े भाई नरेश मेहता भी उनका भरपूर सहयोग करते है । वे सभी गरीब बच्चों को नोटबुक, पेंसिल, पेन और अन्य सभी वस्तुओं के अलावा जूते, कपड़े और सर्दियों में पहनने के लिए स्वेटर और दस्ताने भी देते हैं।