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Wednesday, May 31, 2023

क्या दिन आ गए: महात्मा गांधी की परपोती को साउथ अफ्रीका में हुई 7 साल की जेल, पढ़िए क्या है मामला

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चार थे- हरीलाल, मनीलाल, रामदास व देवदास। आज हम आपको महात्मा गांधी के परपोती के बारे में बताएंगे जिन्हें दक्षिण अफ़्रीका में 62 लाख रेंड यानि की करीब 3 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के एक मामले में सात साल की सज़ा सुनाई गई है। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला?

नाम है आशीष लता रामगोबिन

आशीष लता रामगोबिन महात्मा गांधी की परपोती हैं और दक्षिण अफ्रीका में रहती हैं। गांधीजी के चार बेटों में से मणिलाल 1917 में वापस दक्षिण अफ्रीका लौट गए थे और बाद में वहीं रहे। उन्हे गांधी के आज्ञाकारी बेटों में गिना जाता था।

क्या है आशीष लता का मामला?

56 वर्षीय आशीष लता पर ये आरोप है कि उन्होंने उद्योगपति एस. आर. महाराज से भारत से आने वाले उस माल के पैसे लिए जो असल में भारत से साउथ अफ्रीका आया ही नही। इस आयात और सीमाशुल्क टैक्स के समाशोधन के लिए 62 लाख रैंड (अफ्रीकी करेंसी) का आदान-प्रदान हुआ था। इसमें उन्हें लाभ का एक हिस्सा देने का वादा किया गया था।

लता के खिलाफ 2015 में जब सुनवाई शुरू हुई, तब राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण (एनपीए) के ब्रिगेडियर हंगवानी मूलौदजी ने कहा था कि उन्होंने संभावित निवेशकों को भरोसा दिलाने के लिए कथित रूप से फर्जी चालान और दस्तावेज दिए थे। इनमें बताया गया कि भारत से लिनेन के तीन कंटेनर आ रहे हैं। उस वक्त तो आशीष लता को 50,000 रैंड की जमानत राशि पर रिहा कर दिया गया था।

अब सात साल की सजा सुनाई गई।

सुनवाई में कोर्ट को बताया गया कि आशीष लता ने न्यू अफ्रीका अलायंस फुटवेयर डिस्ट्रीब्यूटर्स के निदेशक एसआर महाराज से अगस्त 2015 में मुलाकात की थी। महाराज की कंपनी कपड़ों, लिनेन और जूते-चप्पलों का आयात, निर्माण व बिक्री करती है। महाराज की कंपनी लाभांश के आधार पर अन्य कंपनियों को वित्तीय मदद भी देती है। आशीष लता ने महाराज से कहा था कि उन्होंने साउथ अफ्रीकन हॉस्पिटल ग्रुप नेट केयर के लिए लिनेन के तीन कंटेनर मंगाये हैं। इस पर महाराज ने उनसे कर्ज के लिए लिखित समझौता कर लिया लेकिन बाद में फर्जीवाड़े का पता लगने पर महाराज ने मुकदमा दर्ज कराया। और अब डरबन कोर्ट ने 62 लाख रैंड यानी लगभग 3.23 करोड़ के फर्जीवाड़े में उन्हें सात साल की सजा सुनाई है।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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