किस्मतवाले होते हैं वो लोग जिनके सिर पर बुजुर्गों का हाथ होता है। कुछ ऐसा ही कहा जाता है हमारे समाज में बुजुर्गों के सम्मान के लिए। सत्संग, सामाजिक कार्यक्रमों आदि में भी कुछ इसी तरह के उपदेश श्रोताओं को सुनाये जाते हैं। लेकिन फिर भी समाज की वस्तुस्थिति बहुत ज्यादा सकारात्मक नहीं है बल्कि कहिये की नकारात्मक ही है।
आज हमारे समाज में हमारे ही बुजुर्ग एकाकी रहने को विवश हैं उनके साथ उनके अपने बच्चे नहीं रहना हैं। गावों में तो स्थिति फिर भी थोड़ी ठीक है लेकिन शहरों में तो स्थिति बिलकुल ही विपरीत है। ज्यादातर बुजुर्ग घर में अकेले ही रहते हैं। और जिनके बच्चे उनके साथ हैं वह भी अपने अपने कामों में इस हद तक व्यस्त हैं की उनके पास अपने माता-पिता से बात करने के लिए समय ही नहीं है। कुछ बुजुर्गों के पास पैसों की भी बहुत कमी है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार मानसून सत्र में मेंटनेंस ऑफ वेलफेयर ऑफ पेरेंट्स और सीनियर सिटीजन (अमेंडमेंट) बिल 2019 को पास कर सकती है।
शुरुआती दिनों में इस पर चर्चा संभव
मानसून सत्र में इस बिल पर चर्चा होना संभव है। सरकार का मन बहुत दिनों से इस बिल को पास करने को लेकर है। सरकार के एजेंडे में यह बिल काफी समय से है। अब इस पर बस मुहर लगना बाकी है। क’रोना से पहले ही लगभग दो साल पहले इस बिल को कैबिनेट में पास कर दिया गया था।

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इस बिल का उद्देश्य बुजुर्गों का सही से देखभाल
इस बिल का उद्देश्य है कि घर के बुजुर्गों का सही से देखभाल हो। बुजुर्गों को वृद्धाश्रम में जाने से रोका जाना। सीनियर सिटीजंस के सभी जरूरतों को पूरा करना उनके खाने-पीने से लेकर उनके जरूरत के सभी सामान को मुहैया कराने का प्रावधान इस बिल में है। बिल में सौतेले बच्चे, गोद लिए बच्चे, और नाबालिक बच्चों के कानूनी अभिवावकों को भी शामिल किया गया है।

बुजुर्ग माता-पिता को महीने में देने होंगे 10 हजार
अगर यह बिल पास हो जाता है तो बुजुर्ग माता-पिता को हर महीने दस हजार रुपए देने का प्रावधान होगा। यह रकम पेरेंट्स के आय को देखते हुए की गई है। परिवार के जीवन शैली के अनुसार ही रकम देने होंगे। अगर किसी परिवार का आय कम है तो उसके अनुसार ही रुपए देने का प्रावधान होगा। इस बिल के आ जाने से अब वृद्ध माता-पिता को किसी भी प्रकार की परेशानी नही होगी। सरकार इस बिल को पास करने के मूड में बहुत पहले से है। और अब क’रोना के स्थिति को देखते हुए यह बिल लगभग पास होता दिखाई पड़ रहा है।

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