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Wednesday, May 31, 2023

तीस परीक्षा में फेल होकर भी नहीं टूटी हिम्मत, तैयारी करते रहें और सफल भी हुए

सफलता को प्राप्त करने के लिए जब मनुष्य आगे बढ़ता तो उसे बहुत सी बाधाओं और समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको एक ऐसे ही इंसान के बारे में बताएंगे जिन्हें लगातार असफलता का सामना करना पड़ा पर उन्होंने हिम्मत नही हारी। वह 30 परीक्षाओं में असफल हुए और अंततः UPSC निकाल IAS बन गए।

कौन है IAS आदित्य ?

आदित्य का जन्म राजस्थान के हनुमानगढ़ के एक ग्रामीण परिवार में हुआ। उन्होंने सरकारी स्कूल और हिंदी मीडियम से अपनी पढ़ाई पूरी की। सुविधाओं के अभाव में उनकी बेसिक्स थोड़ी कमजोर हो गयी थी। मगर कमज़ोर बेसिक होने के बावजूद भी अपनी अथक मेहनत से मुक़ाम हासिल किया। वह सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर, IPS अधिकारी बनने में सफल रहे। आदित्य के माता-पिता दोनों शिक्षक हैं।

आदित्य की शिक्षा।

आदित्य की अधिकतर पढ़ाई गांव में सरकारी स्कूल में हुई। बाद में B.A. और BEd उन्होंने तहसील मुख्यालय भादरा, जिला हनुमानगढ़, राजस्थान में किया। कक्षा 11 में दोस्तों और परिवार के दबाव में रुचि न होते हुए भी उन्होंने गणित विषय चुना परंतु वह बेहतर न कर सके। बाद में उन्होंने आर्ट्स में जाने का फैसला किया। प्राइवेट कॉलेज से BA करने के बाद उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने का फैसला किया।

प्रारंभिक परीक्षाओं में लगातार असफल हुए ।

आदित्य 2014 से 2017 तक 4 बार प्रयास किए, जिसमें पहली बार में प्रारम्भिक परीक्षा में वह असफल रहे। उन्होंने वहां सुधार किया और दूसरे बार प्रयास किया। प्रारम्भिक वरन मुख्य परीक्षा को प्रथम प्रयास में पास कर साक्षात्कार तक पहुचे, परंतु प्रथम साक्षात्कार में अनुभव की कमी और अभ्यास न होने पर बेहतर अंक प्राप्त न कर पाए और फिर असफल हो गए। तीसरे प्रयास में भी वह असफल हुए।

माता-पिता के सहयोग से मुकाम हासिल की।

माता-पिता के सहयोग और अपने दृढ़संकल्प और आत्मविश्वास से उन्होंने फिर चौथी बार प्रयास किया, जिसमें पूर्ववर्ती कमियों को कम करने के लिए उन्होंने अथक मेहनत की। आदित्य की मेहनत रंग लाई और आखिरकार उन्होंने मुक़ाम हासिल किया। आदित्य अंततः IAS बन गए।

IAS आदित्य की कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है की, बार बार असफलता को देखकर हार नही माननी चाहिए। अपने ऊपर भरोसा रखे और सफलता को हासिल करने के लिए मेहनत करते रहें। आपकी कड़ी मेहनत एक दिन ज़रूर रंग लाएगी। इस कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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