अगर इंसान अपने लक्ष्य पर अड़ा रहें तो दुनियां की कोई भी ताकत उसे अपने लक्ष्य को पूरा करने से नहीं रोक सकती। दिव्यांग होते हुए भी अपने सपनों को पूरा करने वाली इरा सिंघल (Ira Singhal) लाखों लोगों की प्रेरणा बन गई है। इरा सिंघल ऑल इंडिया (All India) में यूपीएससी टॉपर (UPSC Topper) बन कर सभी यूपीएससी एस्पिरेन्ट्स (UPSC Aspirants) के लिए प्रेरणा बन गई है।
लोग उड़ाते थे मज़ाक
इरा सिंघल उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) से हैं। बचपन से ही उनका आईएएस (IAS) बनने का सपना था। लेकिन शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के कारण लोग उनके सपनों के बारें में जान कर उनका मजाक उड़ाते थे।

बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम कर चुकी है इरा
लोगों से इस प्रकार की बात सुनना उनके लिए बेहद कठिन था। लेकिन इरा ने अपने ज़ीवन में आने वाली हर कठिन परिस्थितियों का डट कर सामना किया और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपने पढ़ाई और आत्मविश्वास को मजबूत किया। बीटेक (B.tech) और एमबीए (MBA) की पढ़ाई पूरी कर इरा ने कोका-कोला (Coca-Cola) और कैडबरी (Cadbury) जैसी बड़ी कंपनियों में काम किया।

अपने लक्ष्य को पूरा किया
उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए खुद को तैयार किया और वर्ष 2010 में यूपीएससी (UPSC) परीक्षा दी और सफल भी रही। सफलता पाने के बाद भी इरा कुछ और करना चाहती थी इसीलिए उन्होंने वर्ष 2014 में दोबारा यूपीएससी के परीक्षा दिया और जनरल कैटिगरी (General Category) में टॉप कर अपने इलाके और परिवार का नाम रौशन किया।

हैदराबाद में नियुक्ति पाने में सफल रही इरा
परीक्षा पास करने के बाद भी उनकी नियुक्ति नहीं हुई। इरा ने इस फैसले को चुनौती दी और ‘सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल’ पहुंच गई, वहाँ उनके हक में फैसला सुनाया गया। जिसके बाद इरा को वर्ष 2014 में हैदराबाद (Hyderabad) में नियुक्ति पाने में सफलता मिली।

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लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है इरा
ठीक से चल नहीं पाने वाली इरा ने दुनियाँ को आज यह साबित कर दिखाया है कि लक्ष्य पर अड़ा रहने वाला इंसान कभी अपने ऊपर अपने कमज़ोरी को हावी नहीं होने देता एवं अपने मुकाम को किसी भी परिस्थिति में पा कर ही रहते है।