हर इंसान अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहता है। मगर सफलता उसी को हासिल होती है, जो सफल बनने के लिए दिन-रात मेहनत करते है। हम अपने आस- पास कई तरह के सफलता की कहानी सुनते है। कुछ लोगो को देख कर हम प्रेरित हो जाते है और सफल बनने के लिए दृढ़ निश्चय कर लेते है। आज हम एक ऐसे IAS ऑफिसर के बारे में बताएंगे जिन्होंने समाज सेवा करने के लिए IAS की नौकरी छोड़ दी।

आइए जानते है IAS रोमन सैनी के बारे में
IAS रोमन सैनी राजस्थान के कोटपुतली के रहने वाले है। रोमन अपनी शिक्षा राजस्थान से ही प्राप्त किए है। रोमन एक शिक्षित परिवार से ताल्लुक रखते है। रोमन के पिताजी एक इंजीनियर और मां हाउसवाइफ है। रोमन बचपन से ही पढ़ाई में बहुत तेज़ थे। AIIMS की प्रवेश परीक्षा लोग 25- 30 की उम्र में पास करते है। वही रोमन मात्र 16 वर्ष में पास कर गए। मात्र 16 वर्ष के उम्र में AIIMS परीक्षा पास करके रोमन अपने पूरे परिवार को गौरवान्वित कराए। उनके परिवार में सभी व्यक्ति के पढ़े-लिखे होने से उन्हें बचपन से ही अच्छा माहौल मिला। जिसके कारण उनके जिंदगी में बहुत अच्छा असर पड़ा।

समाज सेवा के लिए करने लगे कठिन परिश्रम
रोमन सैनी 18 वर्ष के उम्र में एक प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल में अपना रिसर्च पेपर भी प्रकाशित किए। रोमन MBBS करने के बाद मनोचिकित्सा में NDDTC में जूनियर रेजिडेंट के रूप में काम किये और डॉक्टर की उपाधि प्राप्त कर लिये। वह जब सरकारी मेडिकल कैंप गए तब उन्होंने गरीबी को बहुत करीब से देखा। पैसे की अभाव में लोगो को कठिनाई में जीवन यापन करते देखा। लोगो की बदतर हालत देखा और अशिक्षित लोगों को देखा। उनका मानना है की अशिक्षा लोगो की गरीबी का सबसे बड़ा कारण है। रोमन अपने मेडिकल कैंप के दौरान ही UPSC की तैयारी करने लगे। वह 2013 में पहली बार UPSC की परीक्षा दिया और 18वीं रैंक से पास हो गया। उनका नाम सबसे युवा IAS की सूची में शामिल हो गया।

समाज को शिक्षित करने के लिए IAS की नौकरी छोड़ अनअकैडमी पर देने लगे फ्री कोचिंग
उनकी ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद उन्हे मध्यप्रदेश में उनकी पहली पोस्टिंग हुई। 2 साल नौकरी करने के बाद अपनी पद से स्तीफा दे दिया। इसके बाद रोमन ने अनअकैडमी चैनल पर फ्री में कोचिंग देना शुरू कर दिया। अनअकैडमी रोमन के वजह से ही सबसे बड़ा डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म बना। रोमन सब को शिक्षित करने के लिए IAS ऑफिसर की नौकरी छोड़ दिये। ये बहुत बड़ी बात है। लोग IAS बनने के सपने देखते है लेकिन कोई समाज को शिक्षित बनना नहीं चाहता। सब अपने बारे में सोचते है, अपना कल बेहतर बनाने के बारे में सोचते है। लेकिन रोमन यह करके बहुत बड़ा काम किया है।