सभी मनुष्य (Human) के अन्दर रचनात्मकता छुपी होती है, कई अपनी कला का प्रयोग कर जीवन के अलग-अलग पहलू में परचम लहरा लेते हैं। वहीं वैज्ञानिकों (Scientist) ने नया तरीका खोजा है जिससे आपको आपकी क्रिएटिविटी का अन्दाजा लगाया जा सके। इसमें सिर्फ 4 मिनट में आप खुद भी अपना टेस्ट कर सकते हैं। शर्त यह है कि आपको यह न पता हो कि टेस्ट कैसे काम करता है। वैज्ञानिकों ने इसे डाइवर्जेंट एसोसिएशन टास्क यानी DAT नाम दिया है।
असमानता है जरूरी
व्यक्ति को 10 संज्ञावाची शब्द लिखने को कहा जाता है। जो एक-दूसरे से जितने अलग व असाधारण शब्द लिखता है, वह उतना ही क्रिएटिव होता है, क्योंकि वह उतने नए तरीकों से सोच सकता है। उदाहरण के तौर पर स्कूल और जलेबी लिखने वाले स्कूल-किताब लिखने वालों से ज्यादा क्रिएटिव होंगे, क्योंकि स्कूल और किताब मिलते-जुलते शब्द हैं, लेकिन स्कूल व जलेबी का मेल नहीं है। 10 शब्द एक-दूसरे से जितने गहरे अर्थ वाले व असामान्य होंगे, व्यक्ति उतना ही क्रिएटिव होगा।

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प्रयोगधर्मिता से नापे
क्रिएटिविटी का स्तर (Level) नापने के लिए अल्टरनेटिव यूजेज टास्क प्रणाली में कोई वस्तु दी जाती है। यह कुछ भी हो सकती है, कपड़े, झाड़ू, रिक्शा, पानी, लोटा या और कुछ। उसके बाद आपको इसके अधिकतम इस्तेमाल बताने होते हैं। आप उस वस्तु के जितने ज्यादा इस्तेमाल सोच सकते हैं, आप उतने ज्यादा क्रिएटिव माने जाते हैं। वस्तु के इस्तेमाल के कई आइडिया ऊट-पटांग भी हो सकते हैं, लेकिन वे आपकी क्रिएटिविटी बताते हैं।
कल्पनाशीलता का टास्क
क्रिएटिविटी (creativity) स्तर नापने का तीसरा तरीका ब्रिज द एसोसिएटिव गैप टास्क है। इसमें गैप भरना होता है। भारतीय सेना के SSB टेस्ट के दौरान सबसे पहले क्रिएटिविटी टेस्ट इसी प्रणाली से किया जाता है। इसमें तस्वीरें दिखाई जाती हैं। उन तस्वीरों को जोड़कर एक कहानी तैयार करनी होती है। इस कहानी से आपकी रचनाशीलता और सोचने की शक्ति का पता चलता है। इस प्रणाली के तहत दो शब्दों को तीसरे शब्द से जोड़ने की कोशिश की जाती है। इन दो शब्दों को किस तरह से जोड़ा गया, इससे क्रिएटिविटी का पता चलता है।
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