28.1 C
New Delhi
Sunday, April 2, 2023

‘दिल्ली मेट्रो में फर्श पर न बैठें’, ऐसा अनाउंसमेंट तो आपने खूब सुना होगा, आज जानिए इसका कारण

इंसानों ने समय के साथ बहुत विकास किया है, इसलिए नई तकनीकों के विकसित होने से मानव जीवन और भी सरल बन गया है।

भारत देश भी विकास के पथ पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भारत के दिल्ली राज्य में यातायात के लिए मेट्रो ट्रेन एक आकर्षण का केंद्र है। मेट्रो में सवारी करने से समय, मेहनत, तथा रुपयों का खर्च बहुत ही कम होता है। मेट्रो में सफर करने के दौरान आपलोगों ने यह अनाउंसमेंट जरूर सुना होगा कि मेट्रो के फर्श पर न बैठे। ऐसा क्यों कहा जाता है। आइये जानते है इसके पीछे की वजह।

यात्री की सुरक्षा के लिए नियम

जिनलोगों ने मेट्रो की सवारी की है उन सभी लोगों ने यह अनाउंसमेंट जरूर सुनी होगी कि “कृपया मेट्रो में ज़मीन पर न बैठें” ऐसा अनाउंसमेंट करने की वजह यात्रीयों की सुरक्षा है। यात्रियों के सुरक्षा के लिए ही ऐसा किया जाता हैं। अक्सर यात्री थक जाने के बाद बैठना पसंद करते हैं और इसके लिए उन्हें जुर्माना देना पड़ जाता है। जी हां, मेट्रो में नीचे बैठने पर जुर्माना भी वसूला जा सकता है।

मेट्रो में नीचे न बैठने के पीछे की वजह

यात्रीयों के सुखद यात्रा को ध्यान में रखते हुए मेट्रो के कोच को प्रति वर्ग मीटर 25 लोगों के लिए बनाया जाता है। ऐसा ट्रेन के सही परिचालन के लिए किया जाता है। इसलिए यह ध्यान में रखा जाता है कि यात्रियों से भरे पूरे एक कोच का वजन बैलेंस हो।

अगर एक यात्री फर्श पर बैठता है तो वह तीन लोग के खड़े होने जितना जगह लेता है इसलिए यह ध्यान में रखा जाता है कि कोई यात्री बैठ न पाए जिससे अन्य यात्रियों को समस्या हो।

अक्सर हम देखते है कि ट्रेन में अगर कोई नीचे बैठ जाता है तो आने-जाने वाले लोगों के लिए दिक्कत होने लगती है। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए नीचे बैठने की मनाही है।

अगर कोई यात्री बैठकर अपना पैर फैलाता है तो दूसरा यात्री उसके पैर में फंसकर गिर भी सकता है। इन चीजों को भी ध्यान में रखा जाता है।

नीचे न बैठने देने का एक कारण यह भी है कि सफाईकर्मी जब सफाई करने आते हैं तो उन्हें बैठे लोगों के कारण सफाई करने में दिक्कत होती है।

मेट्रो में यात्रा के दौरान सभी जल्दीबाजी में होते है। सभी को अपने मंजिल तक जल्दी पहुँचना होता है इसलिए नीचे बैठने वालों के कारण यात्रियों को चोट भी लग सकती है।

यह भी पढ़ें: अब बिना टिकट कैंसिल किये भी बदल सकते हैं यात्रा की तारीख, जानिए क्या है रेलवे का नया नियम

आप भी अगर मेट्रो में सफर करते हैं तो इन बातों को ध्यान में रखते हुए नीचे न बैठे। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो दूसरों के साथ साझा करें।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

Related Articles

Stay Connected

95,301FansLike
- Advertisement -