अपने अधिकारों के लिए लड़ते-लड़ते आज महिलाएं काफी आगे बढ़ गई हैं। आज वह पुरुषों के पीछे नहीं बल्कि कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने अपनी काबिलियत का प्रमाण दिया है।
भारत में कई महिलाएं है जिन्होंने खेल जगत में अपने नाम के साथ-साथ देश का भी नाम ऊँचा किया है। इन महिलाओं ने यह सबित किया है कि अगर मन में भरोसा और कुछ कर दिखाने का जज्बा है तो सभी चीजें काफी आसान हो जाती हैं। हम आज बात करेंगे तोक्यो ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चानू की जिनके लिए एक और खुशखबरी है। आइये जानते है इसके बारे में।
मीराबाई चानू की हुई नियुक्ति
तोक्यो ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को राज्य पुलिस विभाग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। साथ ही साथ सरकार उन्हें एक करोड़ रुपए इनाम स्वरूप भी देगी। मीराबाई ने वेटलिफ्टिंग में पदक का भारत का 21 साल के सूखे को खत्म किया है। और सिल्वर मेडल जीतकर देश का खाता भी खोला। उन्हें यह मेडल 49 किग्रा कैटेगरी में मिला। इस इवेंट में चाइना की हाऊ झीहुई ने गोल्ड हासिल किया था।

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मेडल जीतने के लिए की बहुत मेहनत
मीराबाई के लिए यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण था। उनका और उनके कोच का ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना था। रियो ओलंपिक में मीराबाई मेडल लेने से चूक गई थी। उस के बाद उन्होंने पूरी मेहनत की। रियो ओलंपिक से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। इस तरह उनका सपना पूरा हुआ। मीराबाई चानू ने कुल 202 किलोग्राम का भार उठा कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

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स्वर्ण पदक चीन की झीहुई हाउ के नाम
स्वर्ण पदक चीन की झीहुई हाउ के नाम रहा। जिन्होंने 210 किलोग्राम का भार उठाया और नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया। कांस्य पदक इंडोनेशिया की विंडी कैंटिका आइशाह के नाम रहा। उन्होंने 194 किलोग्राम भार उठाया था। मीराबाई के इस जीत में अमेरिका में हुई ट्रेनिंग से बहुत मदद मिली। देश का मान बढ़ानेवाले प्रयास के बाद अब जब वह वापस लौटी हैं तो उनके स्वागत समारोह के साथ-साथ इनाम की भी बारिश हुई है।
