नीरज चोपड़ा किसी को भी अपनी पहचान बताने के मोहताज नहीं हैं। वह टोक्यो ओलंपिक्स में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत कर लोगों के लिए हीरो बन गए थे। अभी नीरज चोपड़ा फिर एक बार सुर्खियों में बने हुए है। आइये जानते हैं इसके बारे में की आखिर क्यों सुर्खियों में हैं नीरज।
नीरज ने जीता सिल्वर
दरअसल, नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championship) में जैवलिन थ्रो (Javelin Throw) भाला फेंकने में सिल्वर मेडल (Silver Medal) जीत कर फिर एक बार लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं।

19 साल बाद भारत ने जीता मेडल
नीरज चोपड़ा ने 19 साल बाद टूर्नामेंट (Tournament) में मेंडल जीतकर इतिहास रच दिया। इससे पहले वर्ष 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज (Anju Bobby George) ने विश्व चैंपियनशिप में लॉन्ग जंप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। नीरज चोपड़ा से पहले अंजू बॉबी जॉर्ज मात्र एक भारतीय थी जिन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2003 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और वह ब्रॉन्ज मेडल अभी तक का भारत का पहला ब्रॉन्ज मेडल ही था।

नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास
अंजू बॉबी जॉर्ज ने कांस्य पदक जीत कर भारत को पहला मेडल दिलाया था जिसके बाद अब नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। इस खेल में नीरज के अलावा 34 और अन्य खिलाड़ी भी शामिल थे। इस तरह 19 साल बाद वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है।

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नीरज के कैरियर का तीसरा बेस्ट थ्रो
नीरज ने शुरुआत फाउल थ्रो के साथ किया था एवं इसके बाद चौथे और आखिरी राउंड में उन्होंने 88.39 मीटर की दूरी तय की। सभी को दो ग्रुप में रखा गया था। नीरज चोपड़ा पहले ग्रुप में शामिल थे। नीरज ने अपने कैरियर का तीसरा बेस्ट थ्रो इस एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दिखाकर फाइनल में जगह बनाई थी। 34 में से 12 खिलाड़ियों ने जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई थी।
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