सोशल मीडिया पर कब कौन और क्या वायरल हो जाए कहना मुश्किल है। बहुत से लोग सोशल मीडिया के वजह से रातों-रात फेमस हो कर अपनी एक अलग पहचान बना लेते है। प्रियंका गुप्ता (Priyanka Gupta) “ग्रेजुएट चायवाली” (Graduate Chaiwali) के नाम से रातों-रात प्रसिद्धि पा ली है एवं बहुत से युवाओं के लिए प्रेरणा भी बन गई है। प्रियंका की बातों से प्रेरित हो कर एक युवक शरबत का ठेला लगाके मशहूर हुआ है। आईए जाने पूरी ख़बर।
एमबीए चायवाला है प्रियंका का आइकॉन
प्रियंका की संघर्ष की कहानी से आज हर कोई वाकिफ है। बिहार (Bihar) के पटना वीमेंस कॉलेज (Patna women’s College) के आगे “ग्रेजुएट चायवाली” के नाम से प्रसिद्धि पाने वाली प्रियंका लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है। प्रियंका गुप्ता अपना आइकॉन “एमबीए चायवाला” (MBA Chaiwala) को बताती हैं, उनका कहना है कि वह “एमबीए चायवाला” से प्रेरित होकर पटना वीमेंस कॉलेज के आगे अपने चाय का ठेला लगायी हैं। प्रियंका का वीडियो वायरल होने से उनके चाय के ठेले के आगे चाय पीने वाले लोगों का तांता लगा रहा है।

प्रियंका से प्रेरित हो कर आयुष ने शरबत के व्यापार का स्टार्टअप किया
बिहार (Bihar) के भागलपुर (Bhagalpur) जिले के रहने वाले आयुष (Ayush) प्रियंका से प्रेरित होकर शरबत का स्टार्टअप (Start-up) किए हैं। आयुष प्रियंका से प्रेरित हो कर ठीक उनके बगल में ही अपनी शरबत का ठेला लगाये है। आयुष का कहना है कि प्रियंका सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है इसके वजह से उनके चाय के स्टॉल पर भीड़ जमा रहती है और उनके ठेले के ठीक बगल में उन्होंने अपना ठेला लगाया जिसके वजह से प्रियंका के चाय पीने के लिए आए हुए लोग उनका शरबत भी पिए और उन्हें भी सराहे, उन्हें थोड़ी पब्लिसिटी भी मिल जाए।

यह भी पढ़ें: डांस में भैया पर भारी पड़ी ये भाभीजी, डांस से जीता सबका दिल, वीडियो हुआ वायरल
प्रियंका के चाय के ठेले के बग़ल में आयुष ने अपना शरबत का ठेला लगाया
आयुष का कहना है कि उन्होंने प्रियंका से प्रेरित होकर अपना शरबत का स्टार्टअप ठीक उनके चाय के स्टॉल (Stall) के बगल में लगाया है जो बिल्कुल गलत है लेकिन अगर प्रियंका की वजह से मुझे थोड़ी पब्लिसिटी मिल जाएगी तो उनके चाय के व्यवहार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि मैं चाय का व्यापार शुरू नहीं किया हूं, मेरा व्यापार शरबत का है।
अगर मैं भी चाय का ही व्यापार उनके बगल में शुरू कर देता तब यह गलत होता। मैं उनसे प्रेरित होकर कहीं और अपना शरबत का ठेला लगाता तो मेरे पास लोग कम आते हैं और कईयों को तो मेरे बारे में पता ही नहीं होता लेकिन इनके पास अलग-अलग राज्य एवं दूर-दूर से लोग आते हैं तो मैंने सोचा कि इस मौके का लाभ उठाया जाए। मुझे भी काम चाहिए था इसीलिए मैंने प्रियंका से प्रेरित होकर अपना शरबत का ठेला प्रियंका के ठेले के ठीक बगल में लगाया है।