आज के समय में मोबाइल फोन एक ऐसा उपकरण है जिसके बिना कोई भी अपना जीवन यापन करने की नहीं सोच सकता।
मोबाइल फोन में मनुष्य जीवन को बहुत ही सुगम और सरल बना दिया है। जब दुनिया में मोबाइल फोन नहीं था तब एक दूसरे को संदेश पहुंचाने के लिए लोगों को कई कई दिन तक इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब कुछ पलों में ही हम अपनी बात दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचा सकते हैं।
आज हम आपको मोबाइल से जुड़े एक खुशखबरी के बारे में बताएंगे। दरअसल वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण विकशित किया है जो मोबाइल फोन को चार्ज शरीर के पसीने से करेगी। आइये जानते है इसके बारे में।
पसीने से होगी बिजली तैयार
इस उपकरण से शरीर के पसीने से बिजली तैयार किया जाएगा। इस डिवाइस को सोने वक्त अपने उंगलियों में आप आराम से पहन सकते है। या आप बैठे भी रहे तो इसे अपने उंगलियों में पहनकर अपने पसीने से बिजली तैयार कर सकते हैं। इस डिवाइस में इलेक्ट्रिकल कंडक्टर लगे हैं। इस डिवाइस को अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया है। यह डिवाइस भविष्य के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध हो सकता है।

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इस प्रक्रिया द्वारा बिजली तैयार होती है
इस डिवाइस के द्वारा बिजली तैयार कुछ इस प्रकार होती है। डिवाइस इलेक्ट्रोड पर मौजूद एंजाइम पसीने के कणों के बीच केमिकल रिएक्शन शुरू करते हैं। इससे बिजली पैदा होती है। इलेक्ट्रोड के नीचे छोटी चिप लगाई गई है, जिसे दबाने पर डिवाइस पावर जनरेट करने लगती है। इस डिवाइस का आकार एक वर्ग सेंटीमीटर है। डिवाइस में फ्लेक्सिबल मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। इसी वजह से शरीर में डिवाइस पहनने में दिक्कत नही होती है।
कितने समय में चार्ज होगा फोन
वैज्ञानिकों के अनुसार डिवाइस को बिजली तैयार करने में थोड़ा समय लगता है। अगर कोई इंसान इस उपकरण के जरिए मोबाइल चार्ज करना चाहता है तो उसे यह डिवाइस तीन हफ़्तों तक पहनना पड़ेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि आगे इसमें और सुधार किया जा सकता है। इसमें सुधार करके इसके क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। यह भविष्य के लिए बहुत ही अच्छा साबित हो सकता है।

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सभी उंगलियों में पहनने पर अधिक ऊर्जा का संचार
वैज्ञानिकों को मानना है कि अगर कोई इंसान इसे अपने सभी उंगलियों में पहने तो यह अधिक ऊर्जा का संचार कर पाएगा। वैज्ञानिकों द्वारा इसे उंगलियों में पहनने की योजना इस वजह से थी कि मनुष्य के उंगलियों में शरीर के और अंग से ज्यादा पसीना उत्पन्न होता है। इसलिए इसे उंगलियों में पहनने से यह अधिक उपयोगी साबित हो सकता है।
अब देखने वाली बात होगी कि भविष्य में यह डिवाइस कितना उपयोगी साबित होता है।