किसी भी इंसान को समाज मे एक अपनी अलग पहचान बनाने के लिए खुद पर विश्वास होना बहुत आवश्यक होता है। इसके साथ साथ दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की भी ज़रूरत होती है। इस कंपटीशन वाले समय में खुद को साबित करना आसान नहीं है। आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहें है, जिनके पास किसी तरह के संसाधन नही था। वह अपनी मेहनत के बदौलत कमियाबी को हासिल किया।

आइए जानते है कौन है अनमोल अहिरवार
अनमोल अहिरवार भोपाल के रहने वाले है। वह और उनका परिवार एक झुग्गी झोपड़ी में रहता है। उनके माता पिता चाय और पान की दुकान चला कर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। अनमोल के पिता दुकान पर चाय बनाते थे और मां पान बेचती थी। उनकी झुग्गी में मात्र दो कमरों का था, जहां वह अपने माता-पिता के साथ रह कर वहीं पर पढ़ाई करते थे। अनमोल 8 घंटे पढ़ाई करते थे और बचे समय में अपने माता-पिता की मदद करते थे। उनको हर महीने दुकान से 6 हज़ार रुपए की कमाई होती थी। अनमोल के माता-पिता अपने बेटे को अच्छी शिक्षा देना चाहते थे। अनमोल को बचपन से ही पढ़ाई में काफी रुचि भी थी।

माता-पिता के संघर्ष को देख अनमोल और मेहनत करने लगे
अपने माता पिता को संघर्ष करता देख, अनमोल पढ़ाई में और कड़ी मेहनत करने लगे। अनमोल को 10वीं बोर्ड परीक्षा में 87% अंक और 12वीं बोर्ड परीक्षा में 90% के करीब अंक प्राप्त हुआ। अनमोल शासकीय सुभाष एक्सीलेंस विद्यालय से शिक्षा प्राप्त किये है। वहाँ उन्हें, उनको अपने शिक्षकों से भी बहुत मदद मिली। अनमोल ने IIT की तैयारी ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से किया। और संयुक्त प्रवेश परीक्षा आईआईटी JEE में कामयाबी हासिल कर लिया। अनमोल का सलेक्शन IIT कानपुर में केमिकल इंजीनियरिंग में हो गया।

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अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और अपने शिक्षकों को देते है
अनमोल के माता पिता को लोग कहा करते थे। तुम तो पढ़े लिखे हो नहीं तो शिक्षा का महत्त्व क्या समझोगे। लेकिन उनके माता पिता अपने जीवन में संघर्ष कर अपने बेटे को इस काबिल बनाया की लोग उन्हें उदाहरण के तौर पर ले सकते है। अनमोल हमेशा अपनी मेहनत के बदौलत सफलता हासिल करते रहे। उनका लक्ष्य अभी समाप्त नहीं हुआ है। वे एक आईएएस ऑफिसर बनना चाहते हैं। वे अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने माता पिता और शिक्षकों को देते हैं।