यह कहानी यूपी के रहने वाले प्रेम सिंह की है। प्रेम सिंह पीसीएस जैसी नौकरी को छोड़ कर, खेती -बाड़ी में लग गए।
प्रेम सिंह पेशे से किसान है। वे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में बांदा के रहने वाले हैं। उन्होंने पीसीएस जैसी नौकरी को क्वालीफाई करने के बाद उसे छोड़ कर खेती बाड़ी में लग गए। प्रेम सिंह 30 वर्षों से इस पेशे में है तथा उनका कहना है कि वो सलाना 20 लाख रुपए की रकम कमाते हैं।

प्रेम सिंह ने वर्ष 1987 में पीसीएस क्वालीफाई किया। तब उनकी कमाई खेती से 2 लाख के आसपास थी। फिर भी वह नौकरी को रिजाइन देते हुए खेती के लिए वापस अपने घर लौट गए। शुरुआती आमदनी को उन्होंने ट्रैक्टर, खाद्य तथा ट्यूबवेल मे लगाया। उसके बाद उन्होंने इंटीग्रेटेड खेती पर जोर दिया। प्रेम सिंह ने 25 एकड़ की भूमि को तीन अलग-अलग भागों में बांट दिया। जिसमें उन्होंने तालाब, अनाज तथा ऑर्गेनिक खेती शुरू की।
इतना ही नहीं प्रेम सिंह अमरूद, आम ,आंवला तथा नींबू की भी खेती करते हैं। इन सबके साथ साथ प्रेम सिंह आचार बनाकर बेचते हैं। प्रेम सिंह दलहन तथा अनाज की भी खेती करते हैं। उन्होंने जमीन के एक हिस्से में तालाब बनवाया है जिसमें वे मछली पालन करते हैं।