इस दुनिया में सभी प्रकार के लोग रहते हैं। कुछ सौभाग्यशाली हैं जिनके पास सुविधाएं हैं जबकि कुछ के पास नहीं है। भारत जैसे देश में, जहां बहुसंख्यक आबादी गरीबी रेखा से नीचे रहती है। वहां वो लोग बहुत भाग्यशाली हैं जो दीवारों और एक छत से सुरक्षित हैं। दुनिया में बहुत से लोग है जो फुटपाथ पर अपनी ज़िन्दगी गुजार देते है, अगर आपके पास घर है तो आप बहुत खुशनसीब हैं।
अगर घर की बात करें तो सबों को अपना घर प्यारा लगता है। सभी चाहते है कि उनका घर बहुत अच्छा हो और इसके लिए वह अपने घरों की सजावट भी करते है। आज हम आपको बताएंगे कि घर के तुलना में कौन सा घर बढ़िया और फायदेमंद होता है।
मिट्टी से बने घर अधिक फायदेमंद
वर्तमान समय में लोग तरह-तरह के मॉडर्न घरों का निर्माण करवा रहे हैं जो कि सीमेंट का बना होता है। पर घर की तुलना की जाए तो सीमेंट से अधिक मिट्टी के घर फायदेमंद होते हैं। आज मिट्टी के घरों का दौर फिर से लौट रहा है। महानगरों में बड़े-बड़े बिल्डिंग में रहने वाले लोग अब फिर से वहीं सुकून तलाशने के लिए मिट्टी के घरों की तरफ रुख कर रहे हैं। खास बात यह है कि मिट्टी के घर ताजगी तो देते ही हैं, साथ ही ये सीमेंट से घरों से भी ज्यादा मजबूत होते हैं।

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मिट्टी का घर सर्दी में गर्मी और गर्मी में ठंडा देता है
मिट्टी के बने घरों को नेचुरल हॉउस कहा जाता है। क्योंकि यह घर सर्दियों में गर्म और गर्मियों में ठंडे होते हैं। सर्दियों में ये घर सूरज की गर्मी को सोख लेते हैं और रात में घर को गर्म रखते हैं। गर्मियों में हवा से नमी को सोखते हैं और रात में घर को ठंडा रखते हैं।

मिट्टी के घरों की खूबसूरती अधिक
मिट्टी के घर मजबूत और सुकून देने वाले तो होते ही हैं, साथ ही इनकी कलात्मकता देखते ही बनती है। इन घरों को सुंदर-सुंदर तस्वीरों और अलंकरों से भी सजाया जा सकता है। जिससे इनकी खूबसूरती देखते ही बनती है।

कम खर्च में तैयार
मिट्टी के घरों को कम खर्च में तैयार किया जा सकता है। एक गरीब आदमी भी इसे तैयार कर सकता है। एक सीमेंट के घर की तुलना में इसकी लागत काफी कम होती है। इसमें जगह भी कम लगता है। मिट्टी से बने घर इको-फ्रेंडली होते है।

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पर्यावरण के लिए फायदेमंद
आजकल जितने भी घर बन रहे हैं उनमें अधिक मात्रा में लोहे, प्लास्टिक, तांबा का इस्तेमाल हो रहा है। ये सारी चीज़ें पर्यावरण में जल्दी नष्ट नही हो पाते हैं। मिट्टी से बने घरों में इन सब का इस्तेमाल नही होता है। मिट्टी से बने घर रिसायकल भी किए जा सकते हैं। क्योंकि ये जब टूट जाते हैं, तब भी इन की सामग्रियों को पुनः उपयोग किया जा सकता है। पर्यावरण के दृष्टिकोण से यह घर काफी फायदेमंद है। यह पर्यावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मिट्टी के घरों में आपको सांस लेने की कोई तकलीफ नहीं होती है।ऑक्सीजन भरपूर मिलता है जिससे मिट्टी के घरों में किसी भी प्रकार की बदबू नहीं आती। अगर मिट्टी के घर के ऊपर सूरज की रोशनी पड़ती हो या चाहे मिट्टी का घर जितना भी समय खाली पड़ा रहे कभी भी बदबू नहीं आती ।जैसा कि आजकल सीमेंट के बने हुए घरों में हमें देखने को मिलता है जब घर बंद पड़ जाते हैं तो घरों में फफूंद जम जाती है और बहुत ही गंदी बदबू आती है ।आप रह नहीं सकते लेकिन मिट्टी के घरों में ऐसी कोई बात नहीं है।

आपदा से बचाव
दुनिया में सबसे खतरनाक आपदा भूकंप होता है जो मिनटों में ही बड़ी तबाही लेकर आता है जिससे सब कुछ खत्म हो जाता है। मिट्टी के घर इस आपदा से हमें बचाता है। भूकंप में इन घरों में दरार नही पड़ती। अगर घर गिर भी जाए तो ज्यादा नुकसान नही होता है।

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इन सभी कारणों को देखते हुए हम यह कह सकते है की सीमेंट से बने घरों की तुलना में मिट्टी के घर अधिक फायदेमंद है।