बिहार में इस बार 31वीं न्यायिक सेवा की परीक्षा हुई, इसके परिणाम में फिर से बेटियों ने कमाल कर दिखाया। एक बैंक कर्मी (Bank Staff) की बेटी रिचा भारद्वाज ने पहले ही प्रयास में 36 वां रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त की। इस खबर के बाद से उनके घर और रिश्तेदारों के बीच खुशी का माहौल है।
आरा से की प्रारंभिक शिक्षा
रिचा (Richa) मोतीहारी (Motihari) की रहने वाली हैं लेकिन यह अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहती हैं इनके पिता आलोक कुमार पांडे मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में काम करते हैं। रिचा ने अपने पांचवी तक की पढ़ाई जिन पोल स्कूल से की। फिर इन्होंने अपने 10th,12th और एलएलबी की पढ़ाई वनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान से पुरी करी। फिर इन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से एलएलएम की डिग्री ली।

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महिलाओं को न्याय दिलाना
रिचा ने न्यूज़ 18 को बताया की वह शुरू से ही न्यायिक सेवा में जाना चाहती थीं इसीलिए LLM की पढ़ाई के बाद उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी। बीपीएससी के द्वारा आयोजित न्यायिक सेवा परीक्षा में उन्होंने 36 वां रैंक हासिल किया, उनको यह सफलता पहले ही प्रयास में मिली है। इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने फैमिली और टीचर्स को दिया है। उनके ही सहयोग मार्गदर्शन से यह संभव हो सका है। न्यायपालिका से महिलाओं को अधिकार और न्याय मिल सके, इसके लिए वह भरपूर काम कर रही हैं।
सफलता से काफी खुशी
बेटी की इस सफलता से उनकी मां शीला पांडे (shila pandey) बहुत खुश हैं। अपनी खुशी जाहिर करते उन्होंने यह कहा है की रिचा शुरू से ही न्यायिक सेवा में जाना चाहती थी। उनके संघर्ष और समर्पण के कारण ही आज यह सफलता उनके कदमों को चूमी हैं।
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