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Saturday, March 25, 2023

पिता सड़कों पर लगाते थे झाड़ू, बेटे ने आर्मी में अफसर बनके बढ़ाया मान: प्रेरणा

एक पिता ही होता है जो चिंतित होकर भी चेहरे पर मुस्कान लिए घूमता है।

पिता हमारे सभी कमियों को पूरा करते हैं। वह अपने बच्चों को यह आभास नहीं होने देते कि उनके सर पर कई प्रकार की जिम्मेदारियां हैं। आज हम आपको एक पिता और पुत्र की कहानी बताएंगे जहाँ पिता ने अपने बेटे को पढ़ाने के लिए झाड़ू लगाने का काम किया। पर पुत्र ने भी सेना में जाकर अपने पिता का नाम रौशन किया।

पिता का मान बढ़ाया

बिजेंद्र कुमार (Bijendra kumar) एक सफाई कर्मचारी (Sanitation worker) हैं जो उत्तरप्रदेश में रहते हैं। उनके 21 वर्षीय पुत्र सुजीत कुमार (Sujeet kumar) ने भारतीय सेना में अधिकारी बनकर पिता का मान बढ़ाया है और उनका समाज में सिर गर्व से उंचा कर दिया है। साथ ही चंदौली के बसिला गांव से ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले पहले व्यक्ति भी बन गए हैं। सुजीत देहरादून के इंडियन मिलिट्री अकेडमी से ग्रेजुएट हुए हैं। उनके इस उपलब्धि पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है।

लोगों ने बनाया था मजाक

बिजेंद्र कुमार (Bijendra kumar) का सपना था कि उनका बेटा बंदूक उठाए। उन्होंने जब एक सफाई कर्मचारी (Sanitation worker)का शुरू किया था तो उन्होंने अपने गांव के लोगों को कहा था कि मैं आज झाड़ू उठा रहा हूं पर अपने बेटे को पढ़ा लिखाकर सेना में अधिकारी बनाऊंगा जहाँ वह बंदूक उठाएगा। इस बात पर लोगों ने बिजेंद्र कुमार (Bijendra kumar) का मजाक भी उड़ाया था। आज वही लोग बिजेंद्र को सम्मान की नजर से देखते हैं।

सुजीत को राजस्थान भेजा

बिजेंद्र कुमार (Bijendra kumar) ने खुद कष्ट काटे पर उन्होंने अपने बेटे को पढ़ने के लिए राजस्थान भेजा। सुजीत (Sujeet kumar) ने भी अपने पिता का सम्मान करते हुए खूब मेहनत की और आज इसी मेहनत का परिणाम है कि वह आज भारतीय सेना में अधिकारी हैं। सुजीत (Sujeet kumar) ने अपने पिता के सपनों को बेकार नही जाने दिया।

परेड में परिवार नही शामिल

सुजीत (Sujeet kumar) की बहुत तमन्ना थी कि उनके पासिंग आउट परेड के अवसर पर उनके माता-पिता साथ हों और वह उनके चहरे पर गर्व की छलक देख सकें लेकिन कोरोना सुरक्षा नियमों के कारण कैंडिडेट्स के परिवार को पासिंग आउट परेड समारोह में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं थी। जिस वजह से सुजीत (Sujeet kumar) का परिवार इस समारोह में शामिल नहीं हो सका। पर उनके परिवार को सुजीत पर बहुत गर्व है। सुजीत (Sujeet kumar) के पिता अपने दूसरे बच्चों को भी सुजीत की तरह ही पढ़ाते हैं। वह किसी चीज की कमी नही होने देते। बिजेंद्र कुमार (Bijendra kumar) अपने पिता होने का कर्तव्य अच्छे से निभा रहे हैं।

बिजेंद्र कुमार ने जिस तरह खुद कष्ट काटकर अपने बेटे को सेना में अधिकारी बनाया वह काबिले तारीफ है। बिजेंद्र कुमार और उनके बेटे सुजीत कुमार की जितनी तारीफ की जाए कम है।

Shubham Jha
Shubham Jha
शुभम झा (Shubham Jha)एक पत्रकार (Journalist) हैं। भारत में पत्रकारिता के क्षेत्र में बदलाव लाने की ख्वाहिश रखते हैं। वह चाहते हैं कि पत्रकारिता स्वच्छ और निष्पक्ष रूप से किया जाए। शुभम ने पटना विश्वविद्यालय (Patna University) से पढ़ाई की है। वह अपने लेखनी के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करते हैं।

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