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Wednesday, May 31, 2023

चाय बेचने वाले के बेटे ने किया कमाल, झोपड़ी में रहकर पास किया IIT, बनना चाहता है IAS

जीवन में सफलता पाने के लिए हौसला का होना जरूरी होता है। हौसले को आप जूनून, सकारात्मक विचार, आत्मविश्वास आदि कह सकते हैं। जब मन में विश्वास और हौसला होता है तो इंसान जीवन के हर मुसीबत को पार कर जाता है। हौसला हमारी शक्ति को हमेशा बढ़ाता रहता है और लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्रेरित करता रहता है। आज हम आपको एक ऐसे युवा के बारे में बताएंगे जो झुग्गी-झोपड़ी में रहते थे पर अपनी मेहनत से IIT में सफलता हासिल कर सभी युवाओं के लिए प्रेरणा बने हैं।

हम बात कर रहे हैं अनमोल अहिरवार की?

अनमोल अहिरवार भोपाल के रहने वाले हैं। अनमोल भोपाल शहर के सबसे पॉश इलाके एमपी नगर से सटकर बसी एक झुग्गी में रहते थे। उनके माता-पिता घर के दालान में ही चाय-पान की गुमटी लगाते हैं। परिवार इसी की बदौलत गुजर-बसर करता है। पिता चाय बनाते हैं और मां पान बेचती हैं। दोनों को महीने में बमुश्किल 5-6 हजार की कमाई होती है। घर में छोटे-छोटे दो कमरे हैं, जिनमें लगा तखत आधा गुमठी के सामान से पटा है और आधे पर अनमोल व उनके भाई बैठकर पढ़ते थे।

आईआईटी की परीक्षा पास की ।

अनमोल ने झुग्गी में रहकर आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास की है। अनमोल ने देश की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक माने जाने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा IIT-JEE में सफलता हासिल की। उनको आईआईटी कानपुर में एडमिशन मिला जहाँ से वो केमिकल इंजीनियरिंग कर रहे हैं।

माता-पिता नही है पढ़े-लिखे।

अनमोल के माता-पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं लेकिन वो अपने बेटे को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए चाय-पान की गुमठी लगाकर भी दिन रात मेहनत करते हैं। रोज आठ से दस घंटे लगातार पढ़ाई करने वाले अनमोल अपने मां-बाप के काम में हाथ भी बँटाते थे।

अपने आत्मविश्वास को कभी हिलने नहीं दिया

अनमोल के परिवार में पैसों की तंगी हमेशा रहती है। क्योंकि चाय पान की गुमठी से ही घर का खर्चा चलता है और उनकी पढ़ाई भी। महीनेभर में पांच से छ हजार रुपए की कमाई होती है। लेकिन अपनी इस परेशानी को उन्होंने कभी अपने लक्ष्य के आड़े नहीं आने दिया। शायद यही वजह रही कि अनमोल ने आईआईटी की परीक्षा पास की।

अनमोल का सपना है IAS बनना।

अनमोल शुरु से ही पढ़ाई में होशियार रहे हैं। 10वीं और 12वीं में अच्छे नंबर लाने वाले अनमोल ने भोपाल के शासकीय सुभाष एक्सीलेंस स्कूल से पढ़ाई की है। स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए उसकी हर संभव मदद की और आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए ऑनलाइन कोचिंग का इंतजाम भी करवा दिया। एडमिशन प्रक्रिया पूरी करके ऑनलाइन क्लास शुरु हुई और जब आईआईटी के नतीजे आए तो अनमोल अपनी मेहनत से अपनी सफलता पा चुके थे। अनमोल आगे आईएएस बनकर देशसेवा करना चाहते हैं।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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