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Saturday, March 25, 2023

अपॉइंटमेंट से लेकर FIR तक होंगे ऑनलाइन: इस IPS ऑफिसर ने की पहल

ऊंचे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मनुष्य के भीतर ललक के साथ उत्साह आवश्यक है। ललक सब में होती है, लेकिन उत्साह के अभाव में अधिकांश लोग उलझ जाते हैं। सफलता के लिए किए जा रहे परिश्रम को ठीक से क्रियान्वित करना हो तो ललक के साथ उत्साह बनाए रखिए। लगन और उत्साह का लाभ समय प्रबंधन में मिलता है। सभी बड़ी हस्तियां समय प्रबंधन को साधकर ही सफलता की ऊंचाई तक पहुंची हैं। कार्य कितना महत्वपूर्ण है और उसे किस समय पर पूरा करना है, यह निर्धारित करना बहुत आवश्यक है।

भारत में ऐसे ही उत्साह वाले कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो अपने जज्बे, हुनर व अक्लमंदी की वजह से कुछ ऐसा नायाब काम कर जाते हैं जो उन्हें खास बना देता है। बिहार के शिवहर जिले में पदस्थापित IPS अधिकारी संतोष कुमार ने भी कुछ ऐसा किया है जिसने पुलिसिंग को न सिर्फ सर्वसुलभ बनाया बल्कि उसे पारदर्शी व जवाबदेह भी बनाया है। उनकी इस पहल को अब जम्मू और कश्मीर, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु सहित कुछ अन्य राज्य में भी इस सूचना प्रौद्योगिकी को लोगों और पुलिस के बीच एक पुल बनाने के लिए मान्यता दी गई है।

sheoharpolice.bihar.gov.in और Sheohar पुलिस ऐप पुलिस-लोगों की संपर्कता को बेहद सुलभ कर देता है। साथ ही एक बटन के क्लिक पर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होती है। इससे लोग सीधे प्रशासन से जुड़ पाते ।
इस पुलिस वेबसाइट व ऐप को शिवहर पुलिस ने जून 2020 में लॉंच किया है। इसके तहत लोगों को पुलिस अधीक्षक के साथ ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने, उनके अपॉइंटमेंट को शेड्यूल करने या पुनर्निर्धारित करने, नियुक्तियों और अपने काम की स्थिति के बारे में एसएमएस अपडेट प्राप्त करने, एक्शन लेने की रिपोर्ट, पासपोर्ट आवेदनों की स्थिति की जांच करने की सुविधा देता है। ऑनलाइन चरित्र प्रमाण पत्र प्राप्त करने की भी सुविधा इसमें है। इसके साथ ही ऐप में पैनिक बटन भी है जो किसी भी आपात स्थिति में सीधे एसपी से जोड़ता है।

हाल में ही संतोष कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और शीर्ष पुलिस अधिकारियों के सामने एक प्रेजेंटेशन दी थी।

शिवहर पुलिस की इस प्रयोग को बिहार पुलिस के बड़े अफसर भी प्रशंसा कर रहे हैं।

महात्मा गांधी कहते हैं कि जब कर्तव्य का संघर्ष हो तब तुम्हारे भीतर बोलने वाली शांत-सूक्ष्म ध्वनि ही सदैव अंतिम निर्णायक होनी चाहिए। उत्साह और उमंग बिना जीना व्यर्थ है। इसलिए हर व्यक्ति को के साथ जीवन जीना चाहिए। जीवन में उत्साह तभी होगा जब कोई उद्देश्य होगा। इसलिए हर मनुष्य को अपना उद्देश्य तय करना चाहिए। उद्देश्य के बिना मनुष्य का जीवन पशु समान होता है। उद्देश्य मन मुताबिक और रचनात्मक होना चाहिए ताकि उसकी पूर्ति में हम उत्साह महसूस करें।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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