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Friday, September 29, 2023

तैयारी के लिए खुद छोड़ी नौकरी, घरवालों ने छोड़ा TV देखना, सबके त्याग और संघर्ष से बनीं IAS अफसर

अगर आपके सपने बड़े होंगे और उसे पाने की ललक होगी तो आप उसे जरूर हासिल करेंगे। बस आप में उसे पाने की चाह होनी चाहिए।

आज हम आपको UPSC की परीक्षा में सेकेंड टॉपर बनने वाली जागृति अवस्थी के बारे में बताएंगे जो UPSC की पढ़ाई करने के लिए अपनी अच्छी खासी सैलरी वाली जॉब भी छोड़ दी थी। अपनी नौकरी छोड़ कर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने और उसमें सफलता पाने का सफर तय करना आसान नहीं था। आइए जानते हैं उनके बारे में

जागृति ने पिता का नाम रौशन किया

upsc second topper jagriti awasthi left her job for upsc preparation – जागृति (Jagriti Awasthi) मध्य प्रदेश के नशेनिया गांव की रहने वाली हैं। जागृति ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 (UPSC) में ऑल इंडिया दूसरी रैंक लाकर न सिर्फ माता-पिता का, बल्कि फतेहपुर का नाम भी रोशन कर दिया। जागृति फिलहाल अपने माता-पिता के साथ भोपाल में रहती हैं। जागृति अवस्थी शुरू से ही पढ़ाई में तेज थीं।

जागृति की प्रारंभिक शिक्षा

जागृति ने भोपाल के महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय से वर्ष 2010 में हाईस्कूल एवं 2012 में इंटरमीडियट की पढ़ाई पूरी की। जिसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीई किया और गेट क्वालीफाई करते हुए भेल में टेक्निकल ऑफिसर के रूप में चयन हुआ। जागृति अवस्थी ने भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएशन करने के बाद गेट की परीक्षा पास की।

नौकरी को छोड़ा जागृति ने

जागृति की नौकरी भेल (BHEL) में बतौर टेक्निकल ऑफिसर में हुआ।लेकिन जागृति अपनी इस नौकरी से खुश नहीं थी। वो समाज के लिए कुछ करना चाहती थीं, इसी उद्देश्य से उन्होंने अपनी लाखों के पैकेज वाली नौकरी 2 साल बाद ही ठुकरा दी। परिवार पर उनकी पढ़ाई का बोझ ना पढ़े इसलिए उन्होंने अपनी सेविंग्स के पैसों से पढ़ाई शुरू की। साल 2019 में जागृति ने अफसर बनने के सपने को पूरा करने की ठान ली और दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान में एडमिशन ले लिया।

क’रोना के दौरान की तैयारी

क’रोना संकट और लॉ’कडाउन के दौरान उन्हें भोपाल लौटना पड़ा। लेकिन उनकी पढ़ाई नहीं रुकी। जागृति ने ऑनलाइन क्लासेज की। वो रोजाना 8-10 घंटे की पढ़ाई किया करती थी। परीक्षा से लगभग दो महीने पहले उन्होंने अपने पढ़ाई के समय में बदलाव किया और 12 से 14 घंटे तक पढ़ाई करने लगी। जागृति को अपने पहले प्रयास में असफलता हाथ लगी थी। लेकिन इससे हारने की बजाय उन्होंने जमकर मेहनत की।

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सेकेंड टॉपर बनी जागृति

जागृति के द्वारा UPSC की परीक्षा को पास करने के लिए की गई कड़ी मेहनत रंग लाई। अपनी पिछली गलतियों से सीखते हुए अपने दूसरे ही प्रयास में जागृति अवस्थी ने ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल कर सिविल सेवा का सपना पूरा कर लिया। जागृति ना केवल यूपीएससी की परीक्षा में सेकेंड टॉपर बनी हैं बल्कि वो महिला वर्ग में प्रथम आई हैं। जागृति की मेहनत को सफल होते देख आज पूरा देश उन पर गर्व महसूस कर रहा है।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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