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Sunday, April 2, 2023

पेट्रोल पंप पर नौकरी, टैक्सी भी चलाई, मेहनत से बनीं न्यूज़ीलैंड पुलिस में बड़ी अफसर

यदि हम मन में कुछ ठान लें और सही दिशा में मेहनत करें तो हमें सफलता जरूर मिलेगी। आज हम एक ऐसी ही महिला के बारे में जानेंगे जिन्होंने अपने नामुमकिन जैसे सपने के पीछे अपना सबकुछ झोंक दिया और अंततः अपने सपने को पूरा किया।

मिलिए पंजाब की मनदीप से

मनदीप पंजाब के कमालू गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने शुरुआती शिक्षा अपने गांव के ही एक छोटे से स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद वो पढ़ाई करने के लिए चंडीगढ़ आ गईं। पढ़ाई पूरी होने के बाद उनकी शादी कर दी गई। शादी के बाद उनकी ज़िम्मेदारियाँ भी बढ़ गई। 1996 में उन्हे चंडीगढ़ से आस्ट्रेलिया और वहाँ से न्यूज़ीलैंड जाने का मौका मिला। न्यूजीलैंड पहुंचने के बाद उन्होंने वहां कठिन मेहनत करना शुरू कर दिया। उन्हें जो भी काम दिया जाता था वह उसे पूरा करके ही छोड़ती थीं।

पेट्रोल पंप पर काम किया

मनदीप को वहां पेट्रोल पंप पर गाड़ियों में तेल डालने का काम मिला। इसके अलावे वो सेल्सगर्ल बनकर घर-घर जाकर सामान भी बेचने लगीं। उनकी अंग्रेजी अच्छी नहीं थी लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं माना। वो अपनी अंग्रेजी सुधारने के लिए लगातार प्रयास करने लगीं। मनदीप बहुत दिनो तक सेल्सगर्ल का काम करती रहीं।

पिता तुल्य जॉन से मुलाकात हुई

इसके बाद मनदीप ने टैक्सी चलाना शुरु कर दिया। उन्होंने रहने के लिए एक महिला होस्टल भी ढूंढ निकाला। मनदीप जिस महिला हॉस्टल में रहती थी वहां एक रिटायर पुलिस सेवा के बुजुर्ग जॉन पेगलर भी रहते थे जो वहां रिसेप्शनिस्ट का काम करते थे। मनदीप और जॉन के बीच शाम में काफ़ी बातचीत होती थी। मनदीप और जॉन के विचार काफ़ी मिलते थे। वे एक दूसरे से प्रभावित हो गए और उनमें बाप बेटी का रिश्ता बन गया। जॉन रोज काम से आने के बाद मनदीप को पुलिस सेवा के बारे में बहुत सारी कहानियां सुनाते थे। मनदीप पुलिस सेवा के बारे में जानकर बहुत प्रभावित हुई और उन्होंने पुलिस सेवा में जाने का निश्चय कर लिया।

आखिरकार न्यूज़ीलैंड पुलिस की स्टार बनीं

मनदीप ने पुलिस सेवा में जाने की अपनी इच्छा जॉन को बताया। जॉन को जब यह बात पता चली तो उन्होंने मनदीप को गाइड करना शुरू कर दिया। उन्होंने उनको वजन कम करने की सलाह दी। मनदीप ने इस सलाह को मानते हुए अपना 20 किलो वजन कम किया। जॉन ने मनदीप को पूरी प्रक्रिया के बारे में भी समझाया। अंत मे मनदीप ने पुलिस में जाने के लिए टेस्ट दिया और वो उसमें पास भी हो गईं। भर्ती होते ही उनकी पोस्टिंग सीनियर महिला कॉन्स्टेबल के तौर पर हो गई। अपने पद पर मनदीप बेहतरीन काम करने लगीं। बेहतरीन काम करने की वजह से मनदीप का प्रमोशन हो गया। इस पद पर पहुंचने वाली वो पहली भारतीय महिला हैं।

मनदीप ने न्यूजीलैंड में अपने देश का नाम रोशन किया है। वो आज लाखों महिलाओं की प्रेरणास्रोत बन चुकी हैं।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

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