अगर हम आपको कहे कि एक बच्चे के हाथ में जाते ही मोबाइल का सारा डाटा डिलीट हो जाता है तो आप विश्वास नहीं कर पाएंगे। लेकिन यह सच है। आज हम आपको एक ऐसे ही बच्चे के बारे में बताएंगे जिसके हाथ में मोबाइल जाते ही मोबाइल का सारा डाटा नष्ट हो जाता है। तो आइए जानें पूरी खबर…..
9वीं का छात्र है आस्तित्व
यह घटना जट्टारी के रहने वाले कपड़ा व्यवसायी गौरव अग्रवाल के 14 वर्षीय पुत्र आस्तित्व अग्रवाल के साथ हो रही है। वह 9वीं कक्षा का छात्र है। वह अपने इस अजीबोगरीब समस्या के वजह से चर्चा का विषय बन गए है। दरअसल बात यह है कि अस्तित्व के हाथ लगते ही किसी भी मोबाइल का सारा डाटा समाप्त हो जाता है। यह समस्या अस्तित्व के साथ 2 मई से शुरू हुआ है।

हाथ में लेते ही मोबाइल हो जाता है रिसेट
अस्तित्व के हाथ में कोई भी मोबाइल जाते ही वह पूरी तरह से रिसेट भी हो जाता है। शुरू-शुरू में परिवार वालों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया लेकिन परिवार के सारे लोगों का फोन रिसेट होने लगा तो उन्होंने सोचा कि फोन को किसी ने हैक कर लिया है।

नया फ़ोन खरीदा, पर समस्या बरकरार
रिसेट हुए मोबाइल को सर्विस सेंटर में भी दिखाने पर कोई समस्या नजर नहीं आया। घरवालों ने नया फोन भी खरीदा लेकिन वही समस्या बनी रह गई। जब परिवार वालों ने इस बात पर गौर किया तो उन्हें पता चला कि उनके बेटे अस्तित्व के हाथ में मोबाइल जाने से इस प्रकार की समस्या हो जाती है। अस्तित्व के पिता गौरव अग्रवाल का कहना है कि तकरीबन 12 मई से अचानक उसके घर के हर मोबाइल का डाटा उड़ने लगा। सर्विस सेंटर वालों ने भी डाटा उड़ने का कोई कारण नहीं बताया।
ननिहाल के मोबाइल भी हुए रिसेट
जब गौरव जी ने गौर किया तो उन्होंने पाया कि उनके बेटे अस्तित्व के हाथ में फोन आते ही फोन रिसेट हो जाता है। मोबाइल का डाटा, एप्लीकेशन, कांटेक्ट सबकुछ अपने आप ही खत्म हो जाता है। 22 अगस्त को रक्षाबंधन के शुभ अवसर अस्तित्व जब अपनी मां के साथ अपने ननिहाल गया, तब वहां भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। इस प्रकार की समस्या से सभी चिंतित और परेशान है।

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बीमार भी पड़ा, लेकिन डॉक्टर ने बताया नॉर्मल
अस्तित्व का घर में फोन चलाना मुश्किल हो गया है। इस मजबूरी की वजह से उसको घर पर बैठना पड़ रहा है। अस्तित्व का कहना है कि उसे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी महसूस नहीं हो रही है। वह शारीरिक और मानसिक रूप से ठीक है। तकरीबन 8 दिन पहले अस्तित्व के सिर में बहुत तेज दर्द हुआ था और उल्टी भी आई थी लेकिन डॉक्टर से बॉडी चेक कराने पर सब नॉर्मल आया है। इस समस्या को लेकर परिजन कई डॉक्टरों से भी संपर्क कर चुके हैं।
बड़े बड़े डॉक्टर भी कर रहे हैं आश्चर्य
इस समस्या के बारे में जेपी हॉस्पिटल के सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट को भी बताया गया लेकिन डॉक्टर ने भी इस प्रकार की कोई बीमारी होने की पुष्टि नहीं की है। सब का यही मानना है कि अस्तित्व किसी प्रकार के अजीबो-गरीब सिंड्रोम का शिकार है। डॉक्टर ने इसके लिए फॉरेंसिक लैब में जाकर जांच कराने की सलाह दिया। अस्तित्व के पिताजी अभी फॉरेंसिक लैब में जांच कराने के लिए कोशिश कर रहे हैं।

हमने बच्चों के मशहूर डॉक्टर से भी की बात
जब इस बारे में हमने बच्चों के मशहूर डॉक्टर विमल सक्सेना जी से बात की, तो उनका कहना था कि मैं इस प्रकार के किसी भी अविश्वसनीय सिंड्रोम को एक डॉक्टर होने के नाते नहीं मान सकता हूँ। लेकिन यदि मैं यदि एक भौतिकशास्त्री के रूप में विचार करूँ तो यह सम्भव है। कभी-कभी इंसान के शरीर का मैग्नेटिक ratio में परिवर्तन से इस प्रकार की घटनाएं होती है। उसके शरीर से यदि कोई रेडिएशन पैदा हो रहा हो तो उसके प्रभाव से मोबाइल के सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी पैदा हो सकती है।
वैसे आपको बता दें कि अभी तक इस मामले का कोई निष्कर्ष सामने नहीं आ पाया है। पूरी तरह से वैज्ञानिक जाँच के बाद ही इस अविश्वसनीय बीमारी का पता चलेगा।