24.1 C
New Delhi
Wednesday, May 31, 2023

सऊदी से भारत लौटी और सोशल मीडिया की मदद से की UPSC की तैयारी, अब बन चुकी हैं IAS

ज्यादातर आज के छात्र अपने कल के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। परीक्षा को क्लियर कर आज कोई IAS बन रहा है तो कोई IPS बन रहा है। देश की सबसे मुश्‍किल और मुख्य UPSC की परीक्षा में हर साल लाखों छात्र से लेकर बड़ी उम्र तक के लोग शामिल होते हैं, लेकिन कामयाबी कुछ ही लोगों को हासिल होती है।
देश में ऐसे काफी छात्र और युवा हैं जो IAS अफसर बनने का सपना सजाए इसकी तैयारियों में लगे रहते हैं और जब उनको सफलता मिलती है तब उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता। ये लोग बेहद खास होते हैं और उससे भी ज्‍यादा अहम होता है ऐसे लोगों का इस मुकाम हासिल करना जो यहां तक पहुंचने का सफर तय करते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो विदेश में बच्चों को पढ़ाया करती थीं, वो एक बेटे की मां भी है और आज के समय में UPSC क्लियर करने के बाद IAS अफसर भी बन चुकी हैं।

कौन है IAS बुशरा बानो।

बुशरा बानो यूपी के कन्नौज से हैं।वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट रहीं हैं। उन्होंने यहां से मैनेजमेंट से पीएचडी किया। साथ ही वे यहां की रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी की भी छात्रा भी रही हैं।मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली बुशरा की शादी पीएचडी के दौरान ही 2014 में मेरठ के असमर हुसैन के साथ हुई। बुशरा के पति असमर भी एएमयू से इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर सऊदी अरब में पढ़ा रहे थे।
शादी के बाद बुशरा भी सऊदी अरब जाकर बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर पढ़ाने लगीं थी। विदेश में दोनों की ज़िंदगी सभी सुख सुविधाओं के साथ आराम से बीत रही थी।

अपने देश की सेवा के लिए भारत लौटीं।

2016 में दोनों ने अपने मुल्क वापस लौटने का फैसला किया और दोनों अलीगढ़ वापस आ गए। साल 2016 में वापस आते ही बुशरा ने यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी के साथ रोजाना 10 घंटे पढ़ाई के लिए निकाल पाना इतना आसान नहीं था, लेकिन वह सभी परेशानियों को दरकिनार कर यूपीएससी की सिविल सर्विस एग्जाम की परीक्षा पास करना चाहती थी।

असफलता से हार नही मानी।

यूपीएससी 2017 रिजल्ट में उनका नाम नहीं आया, तब भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। इसके बाद उन्होंने दोबारा तैयारी करना शुरू किया।इसके बाद 2018 में नतीजा सामने आया। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। आखिरकार उन्होंने सफलता हासिल कर ली।

दूसरी महिलाओं के लिए है प्रेरणाश्रोत।

बुशरा उन महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं जिन्हें लगता है कि शादी और खासकर बच्चे के बाद करियर के सभी द्वार लगभग बंद हो जाते हैं।अगर शादी, बच्चे और नौकरी के बावजूद बुशरा इस परीक्षा में सफल हो सकती हैं तो कोई भी हो सकता है। जरूरत है बस कड़ी मेहनत के साथ सही दिशा में आगे बढ़ने की।

Medha Pragati
Medha Pragati
मेधा बिहार की रहने वाली हैं। वो अपनी लेखनी के दम पर समाज में सकारात्मकता का माहौल बनाना चाहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए पोस्ट हमारे अंदर नई ऊर्जा का संचार करती है।

Related Articles

Stay Connected

95,301FansLike
- Advertisement -