“परिंदों की तरह रखा करो इन बेटियों को, ये पाज़ेब नहीं जो बाँधने से ही शोभा दे”।
यह पंक्तियां मैत्री पटेल (Maitri patel) पर सटीक बैठती है। यह वही मैत्री पटेल हैं जिन्होंने देश की सबसे कम उम्र की कॉमर्शियल (Youngest Commercial Pilot) पायलट बनने का गौरव प्राप्त किया है। पेशे से किसान मैत्री के पिता ने उन्हें अपने सपनों को पूरा करने में पूरा सहयोग किया। आइये जानते हैं मैत्री के सफलता के बारे में।
सबसे कम उम्र की पायलट
मैत्री पटेल (Maitri patel) को सबसे कम उम्र का कमर्शियल पायलट बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। मैत्री पटेल गुजरात (Gujarat) के शेरडी गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम कान्तिलाल पटेल हैं। कान्तिलाल पटेल पेशे से एक किसान हैं। उन्होंने एक किसान रहते हुए अपनी बेटी को पायलट बनाया है। मैत्री मात्र 19 साल की हैं और इसी उम्र में उन्होंने पायलट बनकर अपने और अपने परिवार का नाम रौशन किया है।

हवाई जहाज उड़ाने का सपना
मैत्री पटेल (Maitri patel) जब छोटी थीं तो वह हवाई जहाज को उड़ते देखती थीं तभी से ही उनका यह सपना था कि वह एक दिन हवाई जहाज को उड़ाए। अपनी बारहवीं की कक्षा के बाद से ही उन्होंने इसकी ट्रैनिंग लेनी शुरू कर दी। इसमें उनके पिता का पूरा सहयोग मिला। उनके पिता ने उन्हें किसी चीज की कमी नही होने दी। पिता के सहयोग से मैत्री को अपने प्रशिक्षण में किसी भी प्रकार की कोई कमी महसूस नही हुई।

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जमीन भी बेचनी पड़ी
मैत्री के पिता कान्तिलाल पटेल को अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए जमीन भी बेचनी पड़ी। कान्तिलाल पटेल ने अपनी बेटी मैत्री को कभी यह एहसास नही होने दिया कि वह आर्थिक रूप से कमजोड़ हैं। उन्होंने अपनी बेटी का हमेशा हौसला बढ़ाने का काम किया। मैत्री ने भी अपने पिता को निराश नही किया। मैत्री ने अपने 18 माह का प्रशिक्षण 12 महीने में ही पूरा कर लिया।

पिता को अमेरिका बुलाया
जिस पिता के कारण मैत्री आज सफल हो पाई थीं उन्होंने अपने पिता को अमेरिका (America) बुलाया और आसमान में हवाई जहाज को एक पायलट की भूमिका में उड़ाया। इस दौरान उनके पिता भी उनके साथ थे। एक पिता के लिए इससे खुशी की बात क्या हो सकती थी कि उन्होंने अपने बेटी को सफलता के चोटी पर पहुँचते हुए देखा।

मैत्री पटेल (Maitri patel) की जितनी तारीफ की जाए कम है। आज उन्होंने अपने परिवार का नाम रौशन किया है।