मछली खाने से न केवल शरीर बल्कि दिमाग को भी भरपूर पोषण मिलता है। पर अगर आपको सुनने को मिले कि मछली खाने के कारण इतने लात-घुसे चले कि 11 लोग हा’स्पिटल पहुंच गए तो आपको यह सुनने में थोड़ा अटपटा लगेगा। पर यह सच्ची घटना है। आइये जानते है मछली खाने के दौरान हुई इस लडाई के बारे में।
बिहार के गोपालगंज की है घटना।
दरअसल गोपालगंज के एक शादी समारोह में मछली के पसंदीदा पीस (सिर का हिस्सा) खाने को लेकर जोरदार टेंशन हो गया। जानकारी के अनुसार पहले मछली के पसंदीदा पीस के लिए बहस हुई और फिर इस कदर माहौल गरमाया कि 11 लोगों को हा’स्पिटल ले जाना पड़ गया।
बारात में मछली चावल का था प्रबंध।
मामला भोरे थाना क्षेत्र के सिसई टोला के भटवलिया गांव का है। भटवलिया गांव के रहने वाले छठू गोंड के यहां बारात आई थी। बारातियों की खातिरदारी के लिए मछली-चावल का इंतजाम किया गया था। राजू गोंड और मुन्ना गोंड बारातियों को मछली और चावल खिला रहे थे। छठू गोंड के पड़ोसी अजय गोंड और अभय गोंड अपने जाननेवाले मेहमानो को लेकर आये और मछली चावल खाने के लिए बैठ गए।
मछली के सिर के लिए हुई बहस
पहले राउंड में उनको दो-दो पीस मछली दिया गया। यहां तक सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था। दूसरे राउंड में उन्होंने मछली के मुड़े(सिर) की फरमाइश की। मछली का मुड़ा नहीं दिए जाने पर खाना परोस रहे राजू और मुन्ना पर अजय-अभय और उसके साथ आए मेहमान इस कदर नाराज हुए कि उनकी पीटाई कर दी।
जमकर कुर्सियां चली, हा’स्पिटल में भर्ती कराया गया।
देखते ही देखते शादी के जश्न का माहौल जंग में बदल गया। मारापीटी के दौरान एक दूसरे पर जमकर कुर्सियां चलीं। इस झंझट में दोनों पक्ष के 11 से ज्यादा लोगों की हालत खराब हो गई। हालात और भी ज्यादा बिगड़ सकते थे अगर गांव वाले बीच में ना आते। कुछ को स्थानीय हा’स्पिटल भोरे और कुछ को सदर हा’स्पिटल में कराया गया है। इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। मामले में पुलिस से शिकायत की गई है। पुलिस दोनों पक्षों का बयान दर्ज कर कार्रवाई की बात कह रही है।