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Wednesday, May 8, 2024

चीनी वैज्ञानिकों से एलियंस ने किया संपर्क, क्या एलियंस से मिलने वाले हैं पृथ्वी के लोग

हम हमेशा एलियन से जुड़ी बातों को जानना चाहते हैं। भले ही साइंस इतना आगे बढ़ चुका है, दुनिया भर के वैज्ञानिक हमेशा पृथ्वी को छोड़कर बाकी ग्रहों पर एलियन का होने का अनुमान लगाते हैं लेकिन आज तक यह बात साफ नहीं हो पाया है कि इस दुनिया में एलियंस का अस्तित्व है या नहीं? क्या सच में एलियंस होते हैं? अगर होते हैं तो कहां है? एलियन के बारे में बहुत से ऐसे सवाल है जो हमारे मन में उड़ते रहते हैं। आज हम आपको एलियन से जुड़े कुछ बातों को बताएंगे। आइए जानते हैं इसके बारे में।

एलियन की सभ्यता मौजूद

दुनिया भर के वैज्ञानिक एलियन के बारे में जानना चाहते हैं एवं अनुमान भी लगाते हैं कि पृथ्वी के अलावा बाकी ग्रहों पर एलियंस मौजूद हैं। कई देशों के वैज्ञानिक इस दिशा में कार्य भी कर रहे हैं लेकिन अभी तक किसी को सफलता हासिल नहीं हुई है। कई देशों के वैज्ञानिकों का कहना है कि एलियन सभ्यता अभी भी कई ग्रहों पर मौजूद है जिसकी खोज के लिए वह दिन-रात जुटे हुए हैं। कई लोग यह भी कहते हैं कि अमेरिका को एलियन के बारे में जानकारी है मगर वह एलियन से जुड़ी जानकारी किसी अन्य देश के साथ साझा करने से कतराती है और कुछ जानकारी न होने की बात कहती है।

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चीन ने किया एलियन होने का दावा

जहां बाकी देशों के वैज्ञानिक एलियन की खोज में जुटे हुए हैं वहां चीन ने एक दावा किया है कि उसे एलियन सभ्यता के संकेत प्राप्त हुए हैं। चीन द्वारा दावा किया गया यह ख़बर दुनिया भर में जोरों पर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन (China) सरकार ने एक रिपोर्ट में कई बातें कही है। यह सारी जानकारी चीन की सरकार को “साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली” ने दिया है। साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली एक्सट्रटरेस्ट्रीअल सिविलाइजेशन सर्च टीम के चीफ साइंटिस्ट झांग टोनजी का हवाला दिया गया है।

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चीन को मिला एलियन होने के संकेत

इस टीम को चाइनीस एकेडमी ऑफ साइंसेज की नेशनल एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जवेर्टरी ऑफ यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी द्वारा मिल कर बनाया गया है। चीन का “स्काई आई” 500 मीटर का यह एक एपचर का गोलाकार रेडियो टेलीस्कोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झांग टोनजी का कहना है कि वर्ष 2020 में उनकी टीम ने पहेली नुमा संकेतों वाली सिग्नल (Signal) के 2 सेट देखे थे। इस सिग्नल को वर्ष 2019 में FAST टेलीस्कोप ने कैप्चर किया था।

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सूर्य के साथ तारों के भी चक्कर

उनकी टीम ने कई सालों से इस बारे में जानकारी जुटाए गए डेटा से पता लगाया कि यह एक्सोप्लैनेट (Exo-Planet) है जो सूर्य के साथ-साथ अन्य तारों का भी परिक्रमा करते हैं। सिग्नल रेडियो इंटरफेरेंस की वजह से भी यह हो सकता है यह जानकारी झांग ने दी है और झांग ने बताया कि सबसे अधिक गौर करने वाली बात यह है कि “साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली” ने अपने इस जानकारी को अपने वेबसाइट से हटा लिया है।

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Shubham Jha
Shubham Jha
शुभम झा (Shubham Jha)एक पत्रकार (Journalist) हैं। भारत में पत्रकारिता के क्षेत्र में बदलाव लाने की ख्वाहिश रखते हैं। वह चाहते हैं कि पत्रकारिता स्वच्छ और निष्पक्ष रूप से किया जाए। शुभम ने पटना विश्वविद्यालय (Patna University) से पढ़ाई की है। वह अपने लेखनी के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करते हैं।

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